Edited By vasudha,Updated: 05 Nov, 2020 11:44 AM
थलसेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे तीन दिवसीय नेपाल यात्रा पर हैं। नेपाल सेना मुख्यालय में वीरवार सुबह भारतीय सेना प्रमुख गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही जनरल नरवणे को वर्षों पुरानी परंपरा के तहत नेपाली राष्ट्रपति द्वारा ‘नेपाली सेना के...
नेशनल डेस्क: थलसेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे तीन दिवसीय नेपाल यात्रा पर हैं। नेपाल सेना मुख्यालय में वीरवार सुबह भारतीय सेना प्रमुख गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही जनरल नरवणे को वर्षों पुरानी परंपरा के तहत नेपाली राष्ट्रपति द्वारा ‘नेपाली सेना के जनरल' का मानद पद भी प्रदान किया जाएगा। 1950 में इस परंपरा की शुरुआत हुई थी।
नेपाल भारत के बीच संबंध होंगे मजबूत
नरवणे की यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के बाद तनावपूर्ण हुए द्विपक्षीय संबंधों में पुन: सामंजस्य स्थापित करना है। वह नेपाली सेना के प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा के आमंत्रण पर नेपाल की यात्रा पर हैं। उनके साथ उनकी पत्नी वीणा नरवणे भी हैं जो भारतीय सेना की ‘आर्मी वाइव्ज वेल्फेयर एसोसिएशन' की अध्यक्ष हैं। नरवणे के नेपाल पहुंचने पर त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रभु राम ने उनकी अगवानी की। नेपाली सेना के एक बयान में कहा गया था कि नेपाल की सेना का मानना है कि इस तरह के उच्चस्तरीय दौरों तथा परंपरा के जारी रहने से दोनों सेनाओं और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलती है।
नरवणे की यात्रा से दोनों देशों को काफी उम्मीद
जनरल नरवणे ने नेपाल यात्रा से एक दिन पहले कहा था कि उन्हें इस यात्रा का बेसब्री से इंतजार है। उन्होंने साथ ही विश्वास जताया कि यह यात्रा दोनों देशों की सेनाओं के बीच ‘‘मित्रता के बंधन'' को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। जनरल नरवणे की छह नवंबर तक चलने वाली नेपाल की तीन दिवसीय यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के बाद तनावपूर्ण हुए द्विपक्षीय संबंधों में पुन: सामंजस्य स्थापित करना है।
जनरल थापा से भी मुलाकात करेंगे थलसेना अध्यक्ष
प्रधानमंत्री ओली से जनरल नरवणे की होने वाली मुलाकात को इस लिहाज से अहम माना जा रहा है कि इससे दोनों देशों के बीच मानचित्र विवाद को पीछे छोड़ते हुए संबंधों में नए सिरे से सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है। माई रिपब्लिका डॉट कॉम के अनुसार नरवणे की नेपाल यात्रा को सुरक्षा एवं विदेशी नीति विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण करार दिया है और कहा है कि यह दोनों पड़ोसियों के बीच एक और उच्चस्तरीय वार्ता के लिए सकारात्मक माहौल बनाकर भारत-नेपाल के संबंधों को पुन: पटरी पर लाने में मदद करेगी। अधिकारियों ने कहा कि जनरल नरवणे विभिन्न मुद्दों पर जनरल थापा से भी विस्तृत बातचीत करेंगे जिनमें सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाना तथा दोनों देशों के बीच करीब 1,800 किलोमीटर लंबी सीमा के प्रबंधन को मजबूत करना शामिल है।