बच्चे पैदा करने में सबसे आगे निकला भारत का ये राज्य, यहां देखें पूरी लिस्ट

Edited By Updated: 12 Jun, 2025 11:13 AM

the number of children born is highest in up bihar

भारत की जनसंख्या में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. हाल ही में जारी विश्व जनसंख्या नीति की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत की प्रजनन दर (फर्टिलिटी रेट) में लगातार गिरावट आ रही है. रिपोर्ट के अनुसार 2025 के अंत तक भारत की जनसंख्या 1.46 अरब तक...

नेशनल डेस्क। भारत की जनसंख्या में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. हाल ही में जारी विश्व जनसंख्या नीति की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत की प्रजनन दर (फर्टिलिटी रेट) में लगातार गिरावट आ रही है. रिपोर्ट के अनुसार 2025 के अंत तक भारत की जनसंख्या 1.46 अरब तक पहुँच सकती है वहीं प्रजनन दर घटकर 1.9 पर आ गई है.

भले ही राष्ट्रीय स्तर पर प्रजनन दर कम हो चुकी हो लेकिन भारत में कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहाँ बच्चों के जन्म की संख्या अभी भी सबसे ज़्यादा है. आइए जानते हैं कि भारत की आबादी की उछाल में कौन से राज्य सबसे आगे हैं और लिंगानुपात का क्या हाल है.


किस राज्य में सबसे ज़्यादा बच्चे जन्म लेते हैं?

साल 2011 में हुई जनगणना के आँकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश और बिहार दो ऐसे बड़े राज्य हैं जहाँ महिलाएँ सबसे ज़्यादा बच्चों को जन्म देती हैं.

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रिपोर्ट की मानें तो भारत में 2022 में करीब 2.5 करोड़ बच्चों का जन्म हुआ. राज्यवार आँकड़े देखें तो:

  • उत्तर प्रदेश: सबसे ज़्यादा 54.5 लाख बच्चों का जन्म रजिस्टर्ड हुआ.
  • बिहार: दूसरे नंबर पर रहा, जहाँ यह आँकड़ा 30.7 लाख था.
  • महाराष्ट्र: 19.2 लाख बच्चों का जन्म दर्ज किया गया.
  • मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी बर्थ रजिस्ट्रेशन (जन्म पंजीकरण) की संख्या काफ़ी ज़्यादा रही.

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वहीं दक्षिण भारत की बात करें तो साल 2022 में यहाँ के राज्यों में तुलनात्मक रूप से कम बर्थ रजिस्ट्रेशन हुए:

  • तमिलनाडु: 9.4 लाख
  • तेलंगाना: 7 लाख
  • आंध्र प्रदेश: 7.5 लाख
  • कर्नाटक: 10.4 लाख
  • केरल: सबसे कम केवल 4.4 लाख बर्थ रजिस्ट्रेशन हुए.

पिछले 10 सालों में कहाँ कितनी बढ़ोतरी या गिरावट?

  • उत्तर प्रदेश: 2013 से अब तक बर्थ रजिस्ट्रेशन में 40 फ़ीसदी की ज़बरदस्त वृद्धि देखी गई है.
  • बिहार: 2013 में 16 लाख से ज़्यादा बच्चों का जन्म हुआ था जो 10 साल में लगभग दोगुना हो गया है.
  • राजस्थान और मध्य प्रदेश: इन राज्यों में जन्म पंजीकरण में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखी गई है.
  • कर्नाटक: 2013 में 10.4 लाख जन्म दर्ज किए गए थे जो 2017 तक बढ़कर 11 लाख हो गए लेकिन फिर 2022 में घटकर 10.4 लाख पर आ गए.
  • तमिलनाडु: यहाँ भी गिरावट का रुख रहा. 2013 में जहाँ बर्थ रजिस्ट्रेशन 11.9 लाख था वह 2022 में कम होकर 9.4 लाख रह गया.

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लिंगानुपात: कुछ राज्यों में चिंताजनक स्थिति

लिंगानुपात (प्रति हज़ार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या) की बात करें तो दुर्भाग्य से बड़ी जन्म दर वाले इनमें से कई राज्य खराब लिंगानुपात से जूझ रहे हैं.

  • बिहार: बड़ी जन्म दर के बावजूद प्रति हज़ार पुरुषों पर 891 महिलाओं के साथ देश में सबसे कम लिंगानुपात में से एक है.
  • महाराष्ट्र: 906
  • तेलंगाना: 907
  • गुजरात: 908
  • हरियाणा: 916

वहीं नागालैंड में 1068 लिंगानुपात है जो कि भारत में सबसे ज़्यादा है. यह दर्शाता है कि जहाँ कुछ राज्य जनसंख्या नियंत्रण में प्रगति कर रहे हैं वहीं जन्म दर और लिंगानुपात के मोर्चे पर अभी भी कई चुनौतियाँ मौजूद हैं जिन पर ध्यान देने की ज़रूरत है.

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