Edited By ,Updated: 19 Jan, 2016 09:07 PM
छतरपुर में हुई सेना भर्ती से लौट रहे लड़कों ने चंबल एक्सप्रेस में हरपालपुर से ग्वालियर तक 6.15 घंटे जमकर उत्पात मचाया।
ग्वालियर: छतरपुर में हुई सेना भर्ती से लौट रहे लड़कों ने चंबल एक्सप्रेस में हरपालपुर से ग्वालियर तक 6.15 घंटे जमकर उत्पात मचाया। ट्रेन के हरपालपुर पहुंचने पर सैकड़ों की तादाद में दतिया, मुरैना और श्योपुर के लड़के ट्रेन में सवार हो गए और स्लीपर कोचों में कब्जा जमा लिया। लड़कों ने ट्रेन में ही सबके सामने कपड़े उतार दिए और शर्म के कारण महिलाओं ने बच्चियों सहित चेहरे नीचे झुका लिए। इस समय जीआरपी जवान भी थे जो चुपचाप तमाशा देखते रहे।
यात्रियों ने बताया कि युवकों ने नीचता की सारी हदें पार कर दीं। वह कोच में कपड़े उतारकर नंगे हो गए। महिलाओं ने कहा कि बच्चियों की इज्जत बचाने के लिए उनके मुंह को कपड़े से ढंक दिया। महिलाओं का कहना था कि रास्ते भर भगवान से यही प्रार्थना करते रहे कि बस सकुशल ग्वालियर पहुंच जाएं। जब कोच ने विरोध किया तो उन्होंने पथराव कर कई कोचों के टॉयलेट के कांच फोड़ दिए और सीटें फाड़ दीं।
गौरतलब है कि दो माह पूर्व सागर में हुई सेना भर्ती की रैली में उपद्रवी युवकों ने ट्रेनों पर कब्जा कर कई महिलाओं से बदतमीजी की थी। चंबल एक्सप्रेस से आ रही तीन युवतियों के उपद्रवी युवकों ने कपड़े तक फाड़ दिए थे। लेकिन गिरफ्तार नहीं किया जा सका था।
15, 16, 17 और 18 जनवरी को आयोजित सेना भर्ती को लेकर कर्नल आर रमेश न 8 जनवरी को डीआरएम एसके अग्रवाल को पत्र लिखकर जानकारी दी थी। पत्र में उन्होंने ट्रेनों में एक्स्ट्रा कोच लगाने की मांग की। पत्र में साफ लिखा था कि सेना सुरक्षा को लेकर रेलवे की कोई मदद नहीं कर सकती।