Edited By Parveen Kumar,Updated: 04 Jul, 2025 07:34 PM

जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक की शादी के कुछ ही घंटे बाद उसकी दुल्हन गहने और नकदी लेकर फरार हो गई। इस घटना से न सिर्फ दूल्हा बल्कि उसका पूरा परिवार सदमे में है। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह एक संगठित गैंग की करतूत...
नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक की शादी के कुछ ही घंटे बाद उसकी दुल्हन गहने और नकदी लेकर फरार हो गई। इस घटना से न सिर्फ दूल्हा बल्कि उसका पूरा परिवार सदमे में है। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह एक संगठित गैंग की करतूत थी, जो शादी का झांसा देकर लोगों को ठगता है।
शादी की रात दुल्हन हुई फरार
बड़वानी के रहने वाले नान सिंह की शादी लंबे समय से नहीं हो पा रही थी। उसका बड़ा भाई वेस्ता कलेश इस बात से काफी परेशान था। इसी बीच उसकी मुलाकात एक दलाल कैलाश चौहान से हुई, जिसने उसे शादी के लिए एक लड़की बताई। कैलाश से यह पहचान तब हुई थी जब वे गुजरात में मजदूरी कर रहे थे। लड़की का नाम आसमा था।
कुछ समय बाद आदिवासी रीति-रिवाज से नान सिंह और आसमा की शादी कर दी गई। शादी की रस्में पूरी हुईं और विदाई के वक्त सबकुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन शादी के कुछ देर बाद ही दुल्हन और उसका परिवार यह कहकर बाहर चला गया कि कुछ जरूरी सामान भूल आए हैं, उसे लेने जा रहे हैं। इसके बाद न दुल्हन लौटी और न ही उसका कोई रिश्तेदार।
दुल्हन निकली ठग, पति बना था भाई
सुबह तक जब कोई वापस नहीं आया तो नान सिंह को शक हुआ। जब उसने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि जिसे उसने अपना साला समझा था, वह असल में दुल्हन का पति था। दुल्हन आसमा और उसका पति रामदास मिलकर इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे। विदाई के समय रामदास, जो भाई बनकर मौजूद था, रोता भी दिखा- ताकि सच्चाई पर शक न हो।
पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है – आसमा, रामदास, कैलाश चौहान (दलाल), इस्लाम सिंह बर्डे और हीरालाल बर्डे। पुलिस के मुताबिक, रामदास और आसमा असल जिंदगी में पति-पत्नी हैं। शादी में इस्लाम सिंह ने लड़की के पिता का रोल निभाया था और हीरालाल ने अपना घर शादी के आयोजन के लिए दिया था।
ठगी के और भी मामले सामने आने की संभावना
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि यह गैंग कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के लिए बनाया गया था। पुलिस को संदेह है कि इस गैंग ने और भी कई लोगों को इसी तरह ठगा है। मामले की छानबीन जारी है।