वकीलों की फीस भरने के लिए अनिल अंबानी ने बेचे गहने, सिर्फ एक कार से कर रहे गुजारा

Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Sep, 2020 11:03 AM

anil ambani sold jewelry to pay lawyers fees living with only one car

कभी देश के शीर्ष उद्योगपतियों में शुमार रहे अनिल अंबानी की आर्थिक हैसियत ऐसी हो गई है कि अपने वकीलों की फी भरने के लिए उन्हें गहने बेचने पड़ रहे हैं। कर्ज के बोझ तले दबे अनिल अंबानी ने खुद यूके की एक अदालत में यह बात बताई। उ

लंदनः कभी देश के शीर्ष उद्योगपतियों में शुमार रहे अनिल अंबानी की आर्थिक हैसियत ऐसी हो गई है कि अपने वकीलों की फी भरने के लिए उन्हें गहने बेचने पड़ रहे हैं। कर्ज के बोझ तले दबे अनिल अंबानी ने खुद यूके की एक अदालत में यह बात बताई। उन्होंने कहा कि वो एक साधारण जीवन जी रहे हैं और वो सिर्फ एक कार इस्तेमाल करते हैं।

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बेचे 9.9 करोड़ रुपए के गहने
अंबानी ने कहा कि इस साल जनवरी से जून के बीच उन्होंने 9.9 करोड़ रुपए की कीमत के गहने बेचे और अब उनके पास वैसा कुछ कीमती सामान नहीं बचा है। जब उनसे लग्जरी कारों के बेड़े के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'ये सारे मीडिया में आ रही अफवाहें। मेरे पास कभी रॉल्स रॉयस नहीं थी। अभी मैं सिर्फ एक कार का उपयोग कर रहा हूं।'

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परिवार वाले उठा रहे खर्च
अनिल अंबानी ने यूके की अदालत में कहा कि उनका खर्च बेहद कम है, जो उनकी पत्नी और परिवार वहन करते हैं। उनकी कोई चकाचौंध भरी जिंदगी नहीं है और ना ही आमदनी का कोई अन्य विकल्प है। उन्होंने कहा कि वे कानूनी खर्च गहने बेचकर जुटा रहे हैं और बाकी खर्चों के लिए दूसरी संपत्तियां बेचने की कोर्ट से अनुमति की दरकार होगी।

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सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे चीनी बैंक
इंडस्ट्रियल एंड कमर्शल बैंक ऑफ चाइना, एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना और चाइना डिवेलपमेंट बैंक ने अपने बयान में कहा कि वो उनके खिलाफ सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे। 

संपत्तियों का ब्योरा दें अंबानी
यूके हाई कोर्ट ने 22 मई, 2020 को अंबानी से कहा था कि वो चीन के तीन बैंकों को 12 जून, 2020 तक 71,69,17,681 डॉलर (करीब 5,281 करोड़ रुपए) कर्ज की रकम और 50,000 पाउंड (करीब 7 करोड़ रुपए) बतौर कानूनी खर्च के रूप में भुगतान करें। फिर 15 जून को इंडस्ट्रियल ऐंड कमर्शल बैंक ऑफ चाइना की अगुआई में चीनी बैंकों ने अनिल अंबानी की संपत्तियों का खुलासा करने की मांग की।

29 जून को मास्टर डेविसन ने अंबानी को ऐफिडेविट के जरिए पूरी दुनिया में फैली अपनी उन संपत्तियों का खुलासा करने का आदेश दिया जिनकी कीमत 1,00,000 लाख डॉलर (करीब 74 लाख रुपये) से ज्यादा है। उनसे ऐफिडेविट में यह भी बताने को कहा गया कि उन संपत्तियों में उनकी पूरी हिस्सेदारी है या वो इनके किसी के साथ संयुक्त हकदार हैं।

कोर्ट के आदेश पर अंबानी ने बताई अपनी हालत
इस आदेश पर कोर्ट को दिए ऐफिडेविट में अंबानी ने बताया कि उन्होंने रिलायंस इनोवेंचर्स को 5 अरब रुपए का लोन दिया है। उन्होंने बताया कि रिलायंस इनोवेंचर्स में 1.20 करोड़ इक्विटी शेयर की कोई कीमत नहीं है। अंबानी ने कोर्ट को बताया कि अपने पारिवारिक ट्रस्ट समेत दुनियाभर के किसी भी ट्रस्ट में उनका कोई आर्थिक हित नहीं है।
 
 

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