Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Nov, 2022 04:33 PM
सोने को भारत में भविष्य के लिए सुरक्षित निवेश के तौर पर देखा जाता है। सोना शरीर की सुंदरता को बढ़ाता तो है ही इसके साथ ही महिलाओं के लिए तो ये उनके बुढ़ापे का सहारा भी माना जाता है। इसकी वजह पुराने सोने को बेचने पर मिलने वाला अच्छा रिटर्न है
बिजनेस डेस्कः सोने को भारत में भविष्य के लिए सुरक्षित निवेश के तौर पर देखा जाता है। सोना शरीर की सुंदरता को बढ़ाता तो है ही इसके साथ ही महिलाओं के लिए तो ये उनके बुढ़ापे का सहारा भी माना जाता है। इसकी वजह पुराने सोने को बेचने पर मिलने वाला अच्छा रिटर्न है लेकिन अब जल्द ही सरकार सोने को लेकर एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। बताया जा रहा है कि सरकार सोने से होने वाली कमाई पर लगने वाली टैक्स कैटेगरी बदल सकती है।
सोने पर कैपिटल गेन टैक्स
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारत कुछ संपत्तियों की कैटेगरी को टैक्स नियमों के हिसाब से बदल सकता है, इसमें सोना शामिल है, जिसे अब कैपिटल गेन टैक्स की कैटेगरी में रखा जा सकता है। इस बारे में IIFL के अनुज गुप्ता का कहना कि अभी भारत में सोने की अधिकतर खरीद नकद में होती है। ऐसे में लोग सोने से होने वाली अपनी कमाई को नेट इनकम के तौर पर ही दिखाते हैं।
संभव है कि नई व्यवस्था में सोने को कैपिटल गेन टैक्स गुड्स के तौर पर दिखाना पड़े। इससे सरकार के लिए सोने पर निवेश को ट्रैक करना आसान होगा।
क्या है कैपिटल गेन टैक्स
कैपिटल गेन टैक्स, ऐसा टैक्स होता है जिसे किसी एक निश्चित अवधि में किसी परिसंपत्ति से होने वाली कमाई पर लगाया जाता है। इसमें शेयर मार्केट या जमीन-जायदाद से होने वाली कमाई शामिल है।