Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Sep, 2022 03:21 PM
देश के शीर्ष आठ शहरों में जनवरी-जून के दौरान 1.1 अरब डॉलर से अधिक के लिए भूमि सौदे हुए। सीआईआई-सीबीआरई की रिपोर्ट के मुताबिक, इन सौदों के तहत लगभग 700 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इन जमीनों पर आवास, कार्यालय, खुदरा, लॉजिस्टिक और डेटा सेंटर...
नई दिल्लीः देश के शीर्ष आठ शहरों में जनवरी-जून के दौरान 1.1 अरब डॉलर से अधिक के लिए भूमि सौदे हुए। सीआईआई-सीबीआरई की रिपोर्ट के मुताबिक, इन सौदों के तहत लगभग 700 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इन जमीनों पर आवास, कार्यालय, खुदरा, लॉजिस्टिक और डेटा सेंटर जैसी परियोजनाएं विकसित की जाएंगी।
उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और संपत्ति सलाहकार सीबीआरई इंडिया ने बुधवार को यहां एक रियल एस्टेट सम्मेलन में यह रिपोर्ट जारी की। सीबीआरई के चेयरमैन और सीईओ (भारत, दक्षिण-पूर्वी एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘हम रियल एस्टेट क्षेत्र को लेकर काफी आशान्वित हैं। हालांकि, हमें वैश्विक कारकों को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है।''
उन्होंने कहा कि 2022 में रियल एस्टेट के सभी खंड पिछले साल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। इस समय अपार्टमेंट के साथ ही वाणिज्यिक, डेटा सेंटर और भंडारण क्षेत्र की मांग काफी अधिक है। मैगजीन ने हालांकि कहा कि बढ़ती ब्याज दरों, जिंसों की ऊंची कीमतों और अमेरिका तथा यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की आशंका को देखते हुए सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि कई इलाकों में जमीन की कीमतें थोड़ी बढ़ी हैं और अगर दरों में तेजी से वृद्धि हुई, तो कीमतें प्रभावित हो सकती हैं।