Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Nov, 2023 09:34 AM

कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है। पारंपरिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण तथा गौ माता का पूजन किया जाता है। कहा जाता है कि इसी
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Gopashtami 2023: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है। पारंपरिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण तथा गौ माता का पूजन किया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने गाय चराना आरंभ किया था। इस दिन गायों की पूजा तथा सेवा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को मनचाहा वर देते हैं।

When is Gopashtami festival ? कब है गोपाष्टमी पर्व ?
हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष 20 नवंबर को गोपाष्टमी का पर्व आ रहा है। इसी दिन गौ माता तथा भगवान कृष्ण की पूजा की जाएगी। वैसे तो इस पूजा के लिए विशेष मुहूर्त का विधान नहीं है परन्तु राहुकाल को छोड़कर पूरे दिन पूजा की जा सकती है।

This is how to worship cows on Gopashtami ऐसे करें गोपाष्टमी पर गायों की पूजा
गोपाष्टमी पर सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद राधा रानी सहित भगवान कृष्ण की पूजा करें। अब गाय तथा बछड़े को स्नान कराकर उनका श्रृंगार करें। उन्हें आभूषण या पुष्प माला पहनाएं। उनकी पूजा करें तथा उन्हें गुड़, हरा चारा आदि खिलाकर तृप्त करें। इस प्रकार यह पूजा पूर्ण होती है।
Result you get from worshiping on Gopashtami गोपाष्टमी पर पूजा से मिलता है यह फल
इस दिन गाय की पूजा करने से अक्षय पुण्य मिलता है। इस दिन गाय की बछड़े सहित पूजा करने से निसंतान दंपति को भी संतान प्राप्त होती है। इसके प्रभाव से निर्धनता दूर होती है और लक्ष्मी का आगमन होता है। साथ ही दुर्भाग्य और कष्ट भी सदा के लिए मिट जाते हैं।
आचार्य हिमानी शास्त्री
ज्योतिष एवं वैदिक देवस्थापति
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