Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Sep, 2023 10:27 AM
हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। इस चतुर्थी पर हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी और बहुला चौथ का
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Heramba Sankashti Chaturthi 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। इस चतुर्थी पर हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी और बहुला चौथ का पर्व भी मनाया जाएगा। ये व्रत 3 सितंबर यानी आज रखा जाएगा। वैसे तो इस दिन गणेश जी की पूजा की जाती है लेकिन बहुला चौथ होने के कारण आज श्री कृष्ण और गायों की भी पूजा की जाएगी। आज के दिन गणेश जी की पूजा करने से बल और बुद्धि के साथ-साथ धन-धान्य की भी प्राप्ति होती है। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त।
Sankashti Chaturthi time संकष्टी चतुर्थी समय:
कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आरंभ- 2 सितंबर रात 8:49 मिनट से
कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि समापन- 3 सितंबर शाम 6:24 मिनट तक
उदया तिथि के अनुसार 3 सितंबर को ये व्रत रखा जाएगा।
Auspicious time of worship पूजा का शुभ मुहूर्त:
सुबह - 7 से 10.45 तक
शाम का मुहूर्त - 6.41 से 9.31 तक
बहुला चौथ की पूजा - 6.28 से 6.54 तक
चंद्रोदय समय- 8.57
Heramba Sankashti Chaturthi Mantra हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी मंत्र
ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकटान निवारय-निवारय स्वाहा।
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये। वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:
ॐ गं गणपतये नमः
Why is it called Heramb Sankashti Chaturthi क्यों कहा जाता है इसे हेरंब संकष्टी चतुर्थी
हर माह की चतुर्थी को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। गणेश जी का एक नाम हेरंब भी है। आठ बुझा धारी और गोरे रंग के शरीर वाले बप्पा को हेरंब गणपति कहते हैं इसलिए भाद्रपद मास की चतुर्थी को हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है।
Heramb Sankashti Chaturthi significance हेरंब संकष्टी चतुर्थी महत्व
भविष्य पुराण के अनुसार हेरंब संकष्टी चतुर्थी के दिन बप्पा की पूजा करने से राहु-केतु के दुष्प्रभाव दूर हो जाते हैं। इसी के साथ बता दें कि आज के दिन चंद्र देवता को अर्घ्य देने से मानसिक परेशानी से छुटकारा मिलता है और बल-बुद्धि की भी प्राप्ति होती है।