Edited By Prachi Sharma,Updated: 28 Nov, 2023 08:34 AM
स्कूल की छुट्टी हुई। एक बालक अपने कंधे पर बस्ता लटकाए हुए बाहर निकला तो उसने देखा कि एक मजबूत कद-काठी वाला नौजवान एक दुबले-पतले लड़के को बेंत से
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Inspirational Context: स्कूल की छुट्टी हुई। एक बालक अपने कंधे पर बस्ता लटकाए हुए बाहर निकला तो उसने देखा कि एक मजबूत कद-काठी वाला नौजवान एक दुबले-पतले लड़के को बेंत से मार रहा है।
उसने मधुर शब्दों में उस ताकतवर युवक से पूछा, “भाई साहब, आप इस लड़के को कितनी बेंत मारना चाहते हैं ?”
युवक ने उसे झिड़कते हुए कहा, “तुम्हें क्या मतलब इससे ?”
उस बालक ने धीरे से कहा, “मैं इतना ताकतवर तो नहीं हूं कि इस बालक के पक्ष में आपसे लड़ सकूं। किंतु मैं इतना अवश्य कर सकता हूं कि इसकी पिटाई में हिस्सेदार बन जाऊं।”
गुस्से में युवक बोला, “क्या मतलब ?...” मेरा मतलब है कि आप इस लड़के को जितने बेंत मारना चाहते हैं, उसके आधे मेरी पीठ पर मार लीजिए, बालक ने जवाब दिया।
युवक ने उस साहसी बालक को आश्चर्य से देखा। उसे अपने आप पर शर्म आई कि वह कमजोर लड़के को बुरी तरह से पीट रहा है और एक यह लड़का है, जो उसके बदले मार खाने के लिए तैयार है। उसने उसी क्षण बैंत को तोड़ कर फेंक दिया। उस कमजोर लड़के को बचाने वाला वह साहसी बालक आगे चलकर अंग्रेजी साहित्य में कवि ‘लार्ड बायरन’ के नाम से प्रसिद्ध हुआ।