Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Feb, 2023 02:44 AM
आज 20 फरवरी, 2023 सोमवार के दिन फाल्गुन अमावस्या पर सोमवती अमावस्या का शुभ योग बन रहा है। इस वर्ष 3 सोमवती अमावस्या आएंगी। जिसमें पहली तो आज है, दूसरी 17 जुलाई को तीसरी और आखिरी योग 13 नवंबर को आएगा। महाभारत एवं हिंदू पुराणों की मान्यता के अनुसार
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Somvati Amavasya 2023: आज 20 फरवरी, 2023 सोमवार के दिन फाल्गुन अमावस्या पर सोमवती अमावस्या का शुभ योग बन रहा है। इस वर्ष 3 सोमवती अमावस्या आएंगी। जिसमें पहली तो आज है, दूसरी 17 जुलाई को तीसरी और आखिरी योग 13 नवंबर को आएगा। महाभारत एवं हिंदू पुराणों की मान्यता के अनुसार सोमवार, मंगलवार या बृहस्पतिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या विशेष रूप से पवित्र होती है। सनातन धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है क्योंकि सोमवार और अमावस्या का योग अत्यंत दुर्लभ है। शास्त्रों में इसे अश्वत्थ अर्थात पीपल प्रदक्षिणा व्रत की भी संज्ञा दी गई है। पौराणिक मतानुसार पीपल के पेड़ में सभी देवताओं का वास होता है। अतः पीपल के पेड़ को ब्रह्म कहकर संबोधित किया जाता है। ऐसा माना गया है कि पीपल के मूल में भगवान श्री विष्णु, तने में शिव जी तथा अग्रभाग में ब्रह्मा जी का निवास होता है। अत: इस दिन पीपल के पूजन से सौभाग्य की वृद्धि होती है और पितरों का आशीर्वाद बना रहता है। सोमवार और सोमवती अमावस्या पूर्णरूपेण भगवान शिव को समर्पित होती है।
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Somvati Amavasya shubh muhurat सोमवती अमावस्या शुभ मुहूर्त 2023: फाल्गुन सोमवती अमावस्या तिथि का आरंभ 19 फरवरी की शाम 04 बजकर 18 मिनट से होगा और समापन 20 फरवरी की दोपहर 12.35 पर।
Shiv yog शिव योग- 20 फरवरी की सुबह 11 बजकर 3 मिनट से लेकर 21 फरवरी की सुबह 06.57 तक रहेगा। शिव योग के दौरान की गई पूजा और तर्पण से दोगुना फल प्राप्त होता है। इस दौरान गीता पाठ और शिव तांडव स्तोत्र पढ़ने का विशेष महत्व बताया गया है।
Rashi Anusar Somvati Amavasya Ke Upay राशि के अनुसार करें उपाय
मेष: पीपल के पेड़ की 9 परिक्रमा करें।
वृष: पानी में तिल मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें।
मिथुन: भगवान विष्णु के मंदिर में नीले फूल चढ़ाएं।
कर्क: शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करें।
सिंह: माता गौरी के चित्र पर सिंदूर चढ़ाएं।
कन्या: पीपल की 108 परिक्रमा करें।
तुला: शालीग्राम जी पर तुलसी की मंजरी चढ़ाएं।
वृश्चिक: शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें।
धनु: भगवान विष्णु के मंदिर में लाल फूल चढ़ाएं।
मकर: गणेश जी पर दही-चावल चढ़ाएं।
कुंभ: भगवान शंकर पर चावल की खीर चढ़ाएं।
मीन: गाय को गुड़ खिलाएं।