Saturn Rise 2023: 5 मार्च को शनि हुए उदय, तुला राशि वालों को मानसिक तनाव से मिलेगी राहत

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Mar, 2023 04:44 PM

शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ राशियों के ऊपर से शनि का प्रभाव कम हुआ है। 17 के बाद 30 को शनि अस्त हो गए और

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Shani rashi parivartan शनि राशि परिवर्तन: शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ राशियों के ऊपर से शनि का प्रभाव कम हुआ है। 17 के बाद 30 को शनि अस्त हो गए और अब दोबारा से 5 मार्च को उदय होंगे और ये गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण होगा क्योंकि 30 साल बाद शनि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि देव की दो राशियां हैं मकर और कुंभ राशि। शनिदेव का प्रिय घर कुम्भ राशि है। शनि का उदय होना इसलिए ज्यादा अहम हैं क्योंकि शनि 31 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश के दौरान शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। शनिदेव जब राहु के नक्षत्र में जाएंगे तो पूरे प्रभावी हो जाएंगे। शतभिषा नक्षत्र कर्म फल देने वाला नक्षत्र है। इसके अच्छे फल देखने को मिलेंगे। 15 अक्टूबर तक शनि इसी नक्षत्र में रहेंगे। इसके बाद फिर धनिष्ठा में जाएंगे और 24 नवंबर को दोबारा शतभिषा में आएंगे। इस नक्षत्र में रहने के दौरान शनि कर्म के हिसाब से फल देंगे।

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें 

तुला राशि: अब बात करेंगे तुला राशि के जातकों के बारे में। पिछले कुछ समय से तुला राशि के जातकों को परेशानी उठानी पड़ रही थी। ये ढैया के दौर से गुजर रहे थे। शनि इनकी कुंडली में अब पंचम भाव से गोचर कर रहे हैं। यदि आपकी कुंडली में दशा शनिदेव की चल रही है तो ये गोचर आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है। शनिदेव पंचम भाव में आकर उदय हुए हैं। शनि देव आपकी कुंडली में चौथे भाव में गोचर कर रहे थे। तो तीसरी दृष्टि जा रही रही है छठे भाव के ऊपर यानि रोग, ऋण और शत्रु का घर। जिन लोगों को सेहत से जुड़ी कोई दिक्कत हो रही थी, वहां पर थोड़ी सी परेशानी कम हो सकती है। जिन लोगों के ऊपर कर्ज चढ़ गया था या फिर जिनके मुक़दमे चल रहे थे, उन्हें थोड़ी सी राहत मिल सकती है।

शनिदेव जब चौथे भाव से गोचर कर रहे थे, आपका दशम प्रभावित कर रहे थे। दशम से आपका करियर, जॉब सब कुछ आता है। यहां पर चीजे थोड़ी स्लो हो सकती हैं। ये चीजें अब नहीं होंगी शनिदेव के उदय होने के बाद। चूंकि शनि पंचम में हैं तो हो सकता है पत्नी की सेहत को लेकर कोई चिंता सता सकती है। यदि आप सिंगल हैं तो हो सकता है रिश्ते में देरी हो जाए। ग्याहरवें भाव को शनि देख रहे हैं तो हो सकता है आपके बड़े भाई की सेहत को लेकर कोई दिक्कत हो सकती है।

नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728

PunjabKesari kundli

Trending Topics

India

Australia

Match will be start at 22 Mar,2023 03:00 PM

img title img title

Everyday news at your fingertips

Try the premium service

Subscribe Now!