Edited By Sarita Thapa,Updated: 03 May, 2025 01:13 PM

Sita Navami : हिंदू धर्म में सीता नवमी का विशेष महत्व है। सीता नवमी को देवी सीता के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार, हर साल सीता नवमी वैशाख महीने में शुक्ल पक्ष या नवमी तिथि को मनाई जाती है।
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Sita Navami : हिंदू धर्म में सीता नवमी का विशेष महत्व है। सीता नवमी को देवी सीता के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार, हर साल सीता नवमी वैशाख महीने में शुक्ल पक्ष या नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार माता नवमी का पर्व 05 मई, 2025 सोमवार के दिन मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन भगवान राम और माता सीता की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां और सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से मन की हर मुराद पूरी होती है। तो आइए जानते हैं सीता नवमी के दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में-

सीता नवमी के उपाय
सीता नवमी के दिन कन्याओं को भोजन कराना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन कन्याओं को भोजन करवाने से जीवन में आने वाली हर परेशानी दूर हो जाती है। साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
इस दिन माता सीता के मंत्रों का जाप करने से वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ माता सीता की पूजा के दौरान सीता चालीसा का पाठ करने से मन की हर मुराद पूरी होती है।

सीता सप्तमी के दिन देवी सीता को हल्दी की गांठें अर्पित करें और सीता नवमी का व्रत रखें। इस उपाय को करने से विवाह योग्य कन्याओं को अच्छे वर की प्राप्ति होती है।
सीता नवमी के दिन माता सीता को 16 श्रृंगार अर्पित करना चाहिए। इस उपाय को करने से विवाह में आ रही बाधाओं को दूर होती है। मन को शक्ति और शांति मिलती है।