Edited By Tanuja,Updated: 14 Jul, 2022 10:57 AM

पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के जबरन अपहरण, धर्मांतरण व मुस्लिम युवकों से निकाह के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा एक नया मामला...
पेशावरः पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के जबरन अपहरण, धर्मांतरण व मुस्लिम युवकों से निकाह के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा एक नया मामला पाकिस्तान के सिंध से आया है जहां पहले 16 साल की हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन कराया गया फिर जबरन उसका निकाह एक मुस्लिम युवक से करा दिया गया। निकाह के बाद से ही लड़की लापता बताई जा रही है। घटना को लेकर वहां के स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है और उन्होंने नवाबशाह स्थित पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के घर के बाहर प्रदर्शन किया। लोगों ने मांग की है कि लापता हिंदू लड़की का जल्द पता लगाया जाए।
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक इस लड़की, जिसका नाम करीना बताया जा रहा है का अपहरण एक हफ्ते पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत के दादू काजी अहमद कस्बे के उन्नार मुहल्ले से हुआ था। पाकिस्तानी पुलिस इस तरह के मामलों में स्थानीय मौलानाओं के दबाव में काम करती है। यही वजह है कि वह इन घटनाओं को प्रेम संबंध से जोड़ कर दिखाती है। इस घटना में भी यही हुआ, पाकिस्तान के सिंध प्रांत की पुलिस ने इस घटना को प्रेम संबंध से जोड़ते हुए कहा कि हिंदू लड़की का खलील रहमान जोनो नामक मुस्लिम युवक के साथ प्रेम संबंध था और लड़की उसके साथ भागी है।

पुलिस का दावा है कि दोनों ने कराची कोर्ट में जाकर शादी कर ली है। हालांकि, लड़की इस वक्त कहां है, इस बारे में पुलिस लड़की के घर वालों को कुछ नहीं बता पाई है। वहीं, प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराने के लिए पुलिस ने लड़के के पिता को जरूर गिरफ्तार कर लिया है। लोग चाहते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी इस मामले में हस्तक्षेप करें ताकि उनकी लड़की उन्हें जल्दी मिल जाए।

गौरतलब है कि पाकिस्तान में इस तरह की घटनाएं आम हैं। यहां कई ऐसी घटनाएं हो गई हैं, जिनमें हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन करा कर उनका निकाह मुस्लिमों के साथ कर दिया जाता है। अनुमान है कि हर साल एक हजार ईसाई, सिख और हिंदू महिलाओं को पाकिस्तान में मुस्लिम पुरुषों से धर्म परिवर्तन और शादी करने के लिए मजबूर किया जाता है। पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण व निकाह को लेकर सोशल मीडिया पर भी विरोध हो रहा है और लोग कारटून के जरिए इसके खिलाफ बगावत कर रहे हैं।
