‘चुनाव’ या ड्रामा? म्यांमा में सैन्य शासन के बाद पहला चुनाव, बंदूक की छांव में मतदान शुरू

Edited By Updated: 28 Dec, 2025 12:53 PM

myanmar votes amid civil war junta chief down plays presidential role

म्यांमा में सैन्य शासन की देखरेख में पांच साल बाद आम चुनाव का पहला चरण शुरू हुआ है। आलोचकों का कहना है कि यह चुनाव लोकतंत्र नहीं, बल्कि सेना की सत्ता को वैध ठहराने की कोशिश है। विपक्षी दलों की गैरमौजूदगी और दमन के माहौल ने चुनाव की विश्वसनीयता पर...

International Desk: म्यांमा में सैन्य सरकार की देखरेख में पांच साल बाद पहली बार हो रहे आम चुनाव के पहले चरण के लिए रविवार को मतदान जारी है। आलोचकों का आरोप है कि यह चुनाव सैन्य शासन को वैध दिखाने के लिए किया जा रहा है। म्यांमा में फरवरी 2021 में सेना द्वारा आंग सान सू की की चुनी हुई सरकार को सत्ता से हटाए जाने के बाद सैन्य शासन शुरू हुआ था। आंग सान सू की की पार्टी ने 2020 के चुनाव में भारी जीत हासिल की थी लेकिन उन्हें दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता नहीं संभालने दिया गया। देश के सबसे बड़े शहर यांगून, राजधानी नेपीता और अन्य जगहों पर मतदाता विद्यालयों, सरकारी भवनों और धार्मिक इमारतों में मतदान कर रहे हैं।

 

आलोचकों का तर्क है कि प्रमुख दलों को चुनावी प्रक्रिया से बाहर रखने, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाने और दमनकारी माहौल के कारण चुनाव परिणाम वैध नहीं होंगे। उनका तर्क है कि सैन्य समर्थित ‘यूनियन सॉलिडैरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी' की संभावित जीत नागरिक शासन आने का मात्र एक भ्रम पैदा करेगी। मतदान तीन चरणों में हो रहा है। रविवार को पहला चरण म्यांमा की कुल 330 टाउनशिप में से 102 में कराया जा रहा है। दूसरा चरण 11 जनवरी को और तीसरा चरण 25 जनवरी को होगा। अंतिम नतीजों की घोषणा जनवरी के अंत में होने की उम्मीद है।  


 

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