Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Dec, 2025 05:05 PM

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में लैंगिक समानता की ओर एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए महिला क्रिकेटरों की मैच फीस को पुरुषों के बराबर कर दिया है। अब महिला खिलाड़ियों को भी घरेलू वनडे और टेस्ट मैचों के दौरान हर दिन ₹50 हजार की मैच फीस मिलेगी।
नेशनल डेस्क: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में लैंगिक समानता की ओर एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए महिला क्रिकेटरों की मैच फीस को पुरुषों के बराबर कर दिया है। अब महिला खिलाड़ियों को भी घरेलू वनडे और टेस्ट मैचों के दौरान हर दिन ₹50 हजार की मैच फीस मिलेगी।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मैच फीस के अलावा बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों को सालाना रिटेनरशिप यानी 'सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट' के जरिए कितनी सैलरी देता है? बोर्ड ने प्रदर्शन और अनुभव के आधार पर खिलाड़ियों को अलग-अलग श्रेणियों (Grades) में बांटा है। आइए समझते हैं इस पे-स्ट्रक्चर का पूरा गणित।
1. पुरुष टीम का 'चौकड़ी' सिस्टम (Central Contract)
पुरुष क्रिकेटरों के लिए बीसीसीआई ने चार स्तरीय ग्रेडिंग सिस्टम बनाया है। इसमें खिलाड़ियों की फिटनेस, प्रदर्शन और तीनों फॉर्मेट में उनकी उपयोगिता को परखा जाता है।
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ग्रेड
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सालाना रिटेनरशिप
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प्रमुख खिलाड़ी
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A+
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₹7 करोड़
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विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह
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A
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₹5 करोड़
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हार्दिक पांड्या, शुभमन गिल, केएल राहुल
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B
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₹3 करोड़
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यशस्वी जायसवाल, सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव
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C
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₹1 करोड़
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संजू सैमसन, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा
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A+ कैटेगरी: यह विशिष्ट क्लब उन खिलाड़ियों के लिए है जो टेस्ट, वनडे और टी-20 तीनों फॉर्मेट के नियमित सदस्य हैं।
C कैटेगरी: यहाँ उन युवाओं को जगह मिलती है जो टीम में अपनी जगह पक्की करने के संघर्ष में हैं या उभरता हुआ टैलेंट हैं।
2. महिला टीम का ग्रेडिंग स्ट्रक्चर
महिलाओं के लिए बीसीसीआई तीन श्रेणियों वाला अनुबंध मॉडल अपनाता है। हालांकि इनकी सालाना रिटेनरशिप राशि पुरुषों की तुलना में कम है, लेकिन हालिया घरेलू मैच फीस में समानता का फैसला इस खाई को पाटने की एक बड़ी कोशिश है।
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ग्रेड
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सालाना रिटेनरशिप
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प्रमुख खिलाड़ी
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A
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₹50 लाख
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हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना
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B
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₹30 लाख
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शेफाली वर्मा, ऋचा घोष, जेमिमा रोड्रिग्स
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C
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₹10 लाख
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पूजा वस्त्राकर, राधा यादव, यास्तिका भाटिया
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स्टार पावर: ग्रेड A में टीम की कप्तान और अनुभवी सीनियर खिलाड़ियों को रखा गया है।
उभरते सितारे: ग्रेड C में उन खिलाड़ियों को जगह दी गई है जो घरेलू सर्किट से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं।
3. मैच फीस और समानता का नया दौर
बीसीसीआई का नया नियम कहता है कि अब मैदान पर पसीना बहाने की कीमत जेंडर के आधार पर तय नहीं होगी।
घरेलू क्रिकेट: महिला खिलाड़ियों को अब पुरुष समकक्षों की तरह ही प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होने पर ₹50,000 प्रतिदिन (लंबे फॉर्मेट में) दिए जाएंगे।