Edited By Tanuja,Updated: 13 Jul, 2025 04:43 PM

भारत के आत्मनिर्भर रक्षा अभियान को बड़ा झटका लगा है। दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील ने भारत की ‘आकाश’ सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली खरीदने की बातचीत अचानक रोक दी...
International Desk: दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील ने भारत की ‘आकाश’ सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली खरीदने की बातचीत अचानक रोक दी है। ब्राजील ने इसके पीछे ‘आकाश’ मिसाइल के ऑपरेशनल प्रदर्शन में कमी को वजह बताया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्राजील ने कहा कि यह प्रणाली हाई-स्पीड और लो-एल्टीट्यूड खतरों से निपटने में उतनी सक्षम नहीं है, जितनी आज के आधुनिक युद्ध में ज़रूरत होती है।
अब ब्राजील का झुकाव यूरोप की दिग्गज कंपनी MBDA की तरफ हो गया है। यह कंपनी Enhanced Modular Air Defence Solutions (EMADS) सिस्टम मुहैया कराती है, जो नाटो देशों में पहले से इस्तेमाल हो रहा है और ज्यादा भरोसेमंद माना जाता है। ब्राजीलियन मीडिया The Rio Times के मुताबिक, MBDA और ब्राजील के बीच करीब 1 अरब अमेरिकी डॉलर की डील पर बातचीत हो रही है। यह लैटिन अमेरिका में हाल के सालों की सबसे बड़ी एयर डिफेंस डील बताई जा रही है।
ब्राजील का तर्क व भारत के लिए क्या मतलब?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्राजील को लगता है कि हाइब्रिड वॉरफेयर, ड्रोन हमले और स्मार्ट बमों के इस दौर में भारत की ‘आकाश’ मिसाइल उतनी प्रभावी नहीं है। ऐसे में ब्राजील अब नाटो स्टैंडर्ड की रक्षा प्रणाली चाहता है। यह फैसला भारत के ‘आत्मनिर्भर भारत’ रक्षा अभियान के लिए बड़ा झटका है। भारत लंबे समय से ‘आकाश’ को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रमोट कर रहा है। लेकिन ब्राजील का भरोसा नहीं जीत पाना दिखाता है कि भारत को अपनी घरेलू रक्षा तकनीक को और अपग्रेड करने की ज़रूरत है ताकि वो नाटो स्तर की प्रतिस्पर्धा में टिक सके।