Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Jun, 2025 10:56 AM

एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 की भीषण दुर्घटना के एक दिन बाद दिल्ली से कोपेनहेगन जा रही एक अन्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ान को उड़ान भरने से ऐन पहले रोकना पड़ा, जब पायलट को पैनिक अटैक (घबराहट का दौरा) पड़ गया।
नेशनल डेस्क: एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 की भीषण दुर्घटना के एक दिन बाद दिल्ली से कोपेनहेगन जा रही एक अन्य बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ान को उड़ान भरने से ऐन पहले रोकना पड़ा, जब पायलट को पैनिक अटैक (घबराहट का दौरा) पड़ गया।
क्या हुआ था?
यह घटना उस समय हुई जब फ्लाइट रनवे की लाइन में टेकऑफ के लिए आगे बढ़ रही थी। तभी पायलट ने खुद को असहज महसूस किया और विमान को वापस टर्मिनल पर लाने का फैसला लिया। एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचना दी गई कि एक क्रू मेंबर की तबीयत खराब है। इसके बाद फ्लाइट रोकी गई और एक नए पायलट की व्यवस्था की गई। विमान आखिरकार दो घंटे 31 मिनट की देरी से कोपेनहेगन पहुंचा।
हादसे का मनोवैज्ञानिक असर
सूत्रों के अनुसार, पायलट की यह प्रतिक्रिया AI 171 विमान हादसे के बाद उपजे मानसिक तनाव (PTSD) का नतीजा हो सकती है।
एक वरिष्ठ पायलट ने बताया, “हममें से कई पायलट उस मंजर को बार-बार याद कर रहे हैं… कुछ को लग रहा है कि वे दोबारा कॉकपिट में नहीं जा पाएंगे।”
एयर इंडिया ने क्या कदम उठाए?
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एयर इंडिया ने सभी पायलटों से मानसिक स्वास्थ्य को लेकर मदद लेने की अपील की है।
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"बडी सिस्टम" एक्टिव किया गया है, जिसमें पायलट आपस में अपनी चिंताएं साझा कर सकते हैं।
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पैनिक अटैक से पीड़ित पायलट को अब कड़ी मेडिकल जांच से गुजरना होगा।
हादसे के बाद का असर:
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इस हादसे के बाद अब तक 7 एयर इंडिया उड़ानें प्रभावित हो चुकी हैं।
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दिल्ली-पेरिस, अहमदाबाद-लंदन और सैन फ्रांसिस्को-मुंबई जैसी फ्लाइट्स या तो रद्द हुईं या देरी से चलीं।
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एक अन्य ड्रीमलाइनर को हांगकांग से लौटना पड़ा, जबकि एक फ्लाइट को बम की धमकी के बाद फुकेट लौटना पड़ा।