Why Gold Price Hike: 10 ग्राम 24K गोल्ड का भाव ₹1.38 लाख पार... अचानक सोने में तेजी के पीछे है ये 3 बड़े कारण

Edited By Updated: 23 Dec, 2025 05:43 PM

here are 3 major reasons behind the sudden surge in gold prices

सोने-चांदी की कीमतें इस साल लगातार रिकॉर्ड तोड़ रही हैं। मंगलवार को MCX पर 24 कैरेट सोना 1.38 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया, जबकि चांदी 2,16,596 रुपये प्रति किलो पर रही। तेजी के पीछे तीन मुख्य कारण हैं – बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक...

नेशनल डेस्क : सोना और चांदी की कीमतें इस साल लगातार अपने रिकॉर्ड तोड़ रही हैं। हालांकि कुछ समय पहले सोने के भाव में गिरावट भी देखने को मिली थी, लेकिन साल 2025 खत्म होने से पहले सोना फिर से तेजी के साथ उछल पड़ा है। मंगलवार को Multi Commodity Exchange (MCX) पर 24 कैरेट सोने का रेट 1.38 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया।

Indian Bullion Jewelers Association (IBJA) के अनुसार, सोमवार को 24 कैरेट सोना 1,33,970 रुपये पर बंद हुआ था, लेकिन मंगलवार को खुलते ही यह 2163 रुपये बढ़कर 1,36,133 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं एशियाई बाजार में हाजिर सोने का भाव 4,445.69 डॉलर प्रति औंस के लाइफ टाइम हाई लेवल पर था। चांदी (Silver) की कीमतों में भी उछाल देखा गया। MCX पर चांदी 2,16,596 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी Silver Price 69.15 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था।

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अचानक सोने में तेजी के पीछे तीन बड़े कारण

इस साल सोने की कीमतों में अब तक 70% की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है। दिसंबर में थोड़ी गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन महीने के अंतिम दिनों में सोना फिर तेजी के साथ बढ़ा। निवेशक फिर से सुरक्षित निवेश के लिए सोने की ओर रुख कर रहे हैं। इसके पीछे मुख्य तीन कारण अमेरिका से जुड़े हैं।

1. भू-राजनीतिक तनाव

सबसे पहला कारण है दुनिया में बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव। अमेरिका ने वेनेजुएला के तेल ले जा रहे टैंकरों को जब्त करने की कोशिश तेज कर दी है। इससे ऊर्जा आपूर्ति पर असर और वैश्विक तनाव बढ़ा, जिसके कारण निवेशक सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की ओर बढ़ गए।

2. केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद

दूसरा बड़ा कारण है दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद। हालिया रिपोर्ट में बताया गया कि 1996 के बाद पहली बार वैश्विक केंद्रीय बैंक रिजर्व में सोने का हिस्सा अमेरिकी ट्रेजरी से ज्यादा हो गया है। साल 2022 से हर साल लगभग 1000 टन सोना केंद्रीय बैंकों द्वारा खरीदा गया। इस खरीद ने भी सोने के भाव को ऊपर धकेला।

3. अमेरिकी FED के रेट कट के संकेत

तीसरा कारण है अमेरिकी फेडरल रिजर्व (FED) द्वारा पॉलिसी रेट में कटौती के संकेत। बाजार अगले साल 2026 में भी अमेरिकी ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीद कर रहा है। FED गवर्नर क्रिस्टोफर वालर के संकेतों ने सोने जैसी सुरक्षित संपत्ति को समर्थन दिया, जिससे Gold Price में तेजी आई।

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विशेषज्ञों का क्या कहना है?

विशेषज्ञों का कहना है कि सोना और चांदी हमेशा निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प बने रहेंगे, खासकर वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता के समय। अगर आप निवेश करना चाहते हैं, तो सोने और चांदी के भाव में उतार-चढ़ाव के साथ सतर्क रहना जरूरी है। 2025 में सोने ने निवेशकों को कई बार चौंकाया है, और साल खत्म होने से पहले इसकी तेजी फिर से रॉकेट की तरह देखने को मिली है। इस साल के अंत तक Gold और Silver की कीमतें निवेशकों की नजरों का केंद्र बनी रहेंगी।


 

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