Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 Jun, 2025 03:52 PM

गुरुवार दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरते ही एक बड़ा विमान हादसा हो गया, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जिसमें 242 लोग सवार थे, टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही क्रैश हो गई। हादसे के वक्त विमान ने रनवे 23 से...
अहमदाबाद, 12 जून 2025: गुरुवार दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरते ही एक बड़ा विमान हादसा हो गया, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जिसमें 242 लोग सवार थे, टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही क्रैश हो गई। हादसे के वक्त विमान ने रनवे 23 से उड़ान भरी थी और इसके तुरंत बाद ही यह एयरपोर्ट की सीमा के बाहर मेघाणी नगर इलाके में जा गिरा। घटना की पुष्टि करते हुए अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने बताया कि दुर्घटनास्थल से घना काला धुआं उठता देखा गया, जिसके बाद तुरंत फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीमों को मौके पर रवाना कर दिया गया।
कौन थे विमान के पायलट?
इस दुर्घटनाग्रस्त विमान को कैप्टन सुमीत सभरवाल उड़ा रहे थे, जो कि एक अनुभवी पायलट हैं और उनके पास 8200 घंटे से ज्यादा उड़ान का अनुभव था। उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर मौजूद थे, जिनके पास लगभग 1100 फ्लाइट आवर्स का अनुभव था। टेकऑफ के तुरंत बाद कैप्टन ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को MAYDAY कॉल भेजी थी — यह कॉल तभी दी जाती है जब विमान किसी बेहद गंभीर संकट में होता है।
हादसे की गंभीरता को देखते हुए तुरंत ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया ताकि घायल यात्रियों को तेजी से अस्पताल पहुंचाया जा सके। मौके पर दमकल की कई गाड़ियां, एंबुलेंस और पुलिस टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
हवाई सेवा पर असर, कई फ्लाइटें रद्द
इस हादसे का असर अन्य विमानों की उड़ानों पर भी पड़ा है। एहतियातन दिल्ली से अहमदाबाद आने वाली इंडिगो की 4 और एयर इंडिया की 5 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
विमान का प्रकार और रूट
यह एयर इंडिया की इंटरनेशनल फ्लाइट थी, जो बोइंग 787 ड्रीमलाइनर एयरक्राफ्ट से ऑपरेट हो रही थी और अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रही थी। यह विमान लगभग 11 साल पुराना बताया जा रहा है और इसमें विदेशी नागरिक भी सवार थे।
अब तक क्या पता चला?
DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने हादसे की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। अब तक की जानकारी के अनुसार, विमान के उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड में तकनीकी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है, लेकिन सटीक कारण की पुष्टि विस्तृत जांच के बाद ही हो सकेगी।