Edited By Mehak,Updated: 27 Dec, 2025 05:12 PM

लिवर शरीर का अहम अंग है जो डिटॉक्सिफिकेशन, पाचन और मेटाबॉलिज्म जैसी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाता है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल, ज्यादा शराब या अस्वस्थ खानपान से यह नुकसान पहुंच सकता है। कई लिवर डैमेज के शुरुआती लक्षण रात में अधिक दिखाई देते हैं, जैसे ज्यादा...
नेशनल डेस्क : लिवर शरीर का एक अहम अंग है, जो डिटॉक्सिफिकेशन, पाचन और मेटाबॉलिज्म सहित कई जरूरी कार्यों को नियंत्रित करता है।। लेकिन अनहेल्दी लाइफस्टाइल, ज्यादा शराब पीना, अनियमित खानपान और तनाव के कारण लिवर को नुकसान पहुंचता है। खास बात यह है कि लिवर डैमेज के कई शुरुआती लक्षण रात के समय ज्यादा स्पष्ट होते हैं, जिन्हें अक्सर लोग सामान्य थकान समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
रात में अधिक पसीना आना
डॉक्टरों का कहना है कि लिवर ठीक से विषाक्त पदार्थों को फिल्टर नहीं कर पा रहा हो, तो रात में अत्यधिक पसीना आता है। इतना पसीना आ सकता है कि बिस्तर और कपड़े भीग जाएं। यह सर्कैडियन रिदम और मेलाटोनिन मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी के कारण होता है।
बार-बार पेशाब आना
रात में बार-बार पेशाब आने को मेडिकल टर्म में नोक्टुरिया कहते हैं। लिवर डैमेज के कारण एल्ब्यूमिन प्रोटीन की कमी होती है, जिससे ब्लड वॉल्यूम कम होता है और फ्लूड ब्लैडर में जमा होने लगता है। इसका असर रात में बार-बार पेशाब आने के रूप में दिखता है।
त्वचा में खुजली और बदलाव
लिवर डैमेज से शरीर में बाइल सॉल्ट्स जमा हो सकते हैं, जिससे रात में त्वचा में तीव्र खुजली होती है। यह अक्सर हथेलियों, पैरों के तलवों या पूरे शरीर में महसूस होती है। साथ ही त्वचा का रंग बदलना, सूखापन और फंगल इंफेक्शन भी दिखाई दे सकते हैं।
नींद में खलल
क्रॉनिक लिवर डिजीज (CLD) से पीड़ित मरीजों को नींद की समस्या होती है। लिवर की खराबी के कारण मेलाटोनिन का लेवल दिन में बढ़ जाता है और रात में घट जाता है, जिससे अनिद्रा या बार-बार जागना जैसी समस्याएं होती हैं।
पैरों में ऐंठन और रेस्टलेस लेग्स
लिवर फेल्योर के एडवांस्ड स्टेज में विषाक्त पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन पैरों में ऐंठन या रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम का कारण बन सकते हैं। इससे मांसपेशियों में दर्द और नींद में बाधा आती है।
पेट में सूजन या दर्द
लिवर डैमेज से पेट में फ्लूड जमा हो सकता है, जिसे एसाइट्स कहा जाता है। बिस्तर पर लेटने पर पेट में दबाव और सूजन महसूस होती है, जिससे नींद खराब होती है।
थकान, कमजोरी और मानसिक भ्रम
लिवर की खराबी के कारण शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होते हैं, जिससे रात में भी अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है। एडवांस्ड स्टेज में खून में अमोनिया बढ़ने से भ्रम और दिशाभ्रम के लक्षण भी दिख सकते हैं।
विशेषज्ञ की सलाह
- रात में बार-बार पसीना या पेशाब आने पर ध्यान दें।
- त्वचा में खुजली या रंग बदलाव को नजरअंदाज न करें।
- पैरों में ऐंठन या नींद में खलल महसूस हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- शराब और तैलीय भोजन कम करें, हेल्दी डाइट अपनाएं।
- नियमित हेल्थ चेकअप और लिवर फंक्शन टेस्ट करवाते रहें।