Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Mar, 2023 09:40 AM

लंदन में भारतीय उच्चायोग के पास लगभग 2,000 प्रदर्शनकारी खालिस्तान के झंडे लहराते हुए बुधवार को एक सुनियोजित प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था एवं अवरोधक लगे होने के बीच कुछ वस्तुएं फेंकी और नारे लगाए।
इंटरनेशनल डेस्क: लंदन में भारतीय उच्चायोग के पास लगभग 2,000 प्रदर्शनकारी खालिस्तान के झंडे लहराते हुए बुधवार को एक सुनियोजित प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था एवं अवरोधक लगे होने के बीच कुछ वस्तुएं फेंकी और नारे लगाए। भारतीय हाई कमीशन ने अपने भवन की छत पर एक अतिरिक्त तिरंगा फहरा कर प्रदर्शनकारियों को जवाब दिया, जिससे प्रदर्शनकारी और भड़क गए और पुलिस अधिकारियों तथा मीडिया कर्मियों पर कुछ वस्तुएं और पानी की बोतलें फेंकने लगे।
वहीं ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने बुधवार को कहा कि उनका देश लंदन में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा की समीक्षा करेगा। क्लेवरली ने कहा कि भारतीय उच्चायोग में कर्मचारियों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं अस्वीकार्य हैं। मैंने उच्चायुक्त विक्रम दरईस्वामी को अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। पुलिस जांच जारी है। हम लंदन में भारतीय उच्चायोग और दिल्ली में भारत सरकार से नजदीकी संपर्क में हैं। समाचार पत्र 'द हिंदू' ने बुधवार को बताया कि लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर सड़क के दोनों ओर कम से कम 100 पुलिस अधिकारी पहरा दे रहे हैं।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई। भारत ने घटना में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकद्दमा चलाने की मांग की थी और आगे से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के उपाय करने को भी कहा था। इसके अलावा विदेश मंत्रालय ने भारत में ब्रिटेन के शीर्ष राजनयिक को तलब कर अपना विरोध जताया था।
इस हफ्ते की शुरुआत में पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। जिसके बाद विदेश में उसके कुछ समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग पर हमला किया। खालिस्तान समर्थकों ने इमारत की पहली मंजिल पर चढ़कर तिरंगे का भी अपमान किया था। ‘इंडिया हाउस' के बाहर रविवार के हिंसक प्रदर्शन से पहले से ही ‘फेडरेशन ऑफ सिख ऑर्गेनाइजेशंस (एफएसओ) और सिख यूथ जत्थेबंदिया जैसे समूहों द्वारा तथाकथित ‘‘राष्ट्रीय प्रदर्शन'' के आह्वान वाले बैनर सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। भारत सरकार ने अपने राजनयिक मिशन के बाहर सुरक्षा के इंतजाम में कमी को लेकर कड़ा विरोध जताया था। प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान समर्थक झंडे लहराए गए थे और मिशन की खिड़कियां तोड़ दी गई थीं तथा तिरंगे को उतारने की कोशिश की गई थी।