Edited By Rohini Oberoi,Updated: 18 Jun, 2025 04:41 PM

जिसने उम्रभर साथ निभाने की कसमें खाईं वही ज़िंदगी के आखिरी पड़ाव पर ऐसा धोखा दे जाएगी ये बुज़ुर्ग हरिराम पाल ने कभी सोचा भी न था। यह कहानी है जखौरा थाना क्षेत्र के सांकरवार कला गांव के हरिराम पाल की जिनकी 60 वर्षीय पत्नी भगवती देवी अपने 30 साल के...
नेशनल डेस्क। जिसने उम्रभर साथ निभाने की कसमें खाईं वही ज़िंदगी के आखिरी पड़ाव पर ऐसा धोखा दे जाएगी ये बुज़ुर्ग हरिराम पाल ने कभी सोचा भी न था। यह कहानी है जखौरा थाना क्षेत्र के सांकरवार कला गांव के हरिराम पाल की जिनकी 60 वर्षीय पत्नी भगवती देवी अपने 30 साल के प्रेमी कृष्णपाल झा के साथ फरार हो गई है। मगर वह सिर्फ गई नहीं जाते-जाते बहुओं के सपनों की पूंजी गहने और नकदी भी अपने साथ ले गई जिससे पूरा परिवार सकते में है।
'हमारा क्या कसूर था?'- बहुओं का दर्द
गांव में हर कोई इस घटना से हैरान है। उम्र में अधेड़ लेकिन दिल में जवानी की ख्वाहिशें लिए भगवती ने जिस तरह घर से नाता तोड़ा वो रिश्तों की नींव को हिला देने वाली घटना बन गई है। बहुओं के सपने, भरोसा और सम्मान सबकुछ चकनाचूर हो गया है।
"हमारा क्या कसूर था?" – ये सवाल बहुओं की आंखों से आंसुओं की तरह बहता है। हरिराम पाल की चारों बहुएं आज अपने मायके चली गई हैं टूटा हुआ भरोसा और गहनों की चोरी दोनों का बोझ उनके मन पर है। एक बहू कहती है सास ने तो मां जैसा स्थान पाया था हमारे दिल में लेकिन अब तो भरोसे का भी गला घोंट दिया। समाज के ताने अलग और बरसों की कमाई भी चली गई।
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सीएम योगी से न्याय की गुहार
जब हरिराम पाल को पत्नी की इस हरकत का पता चला तो जैसे किसी ने उनके पैरों तले ज़मीन खींच ली। पहले उन्होंने थाने की चौखट खटखटाई, लेकिन वहां से कोई राहत नहीं मिली। अब वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। उनका कहना है, "मैं बूढ़ा हो चुका हूं। अब न सहारा है न उम्मीद। घर था वो भी उजड़ गया। बहुएं चली गईं और मैं अकेला रह गया इस वीराने में।"
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थाने में पहले ही दे चुकी थी बयान, पर चोरी का क्या?
थाना प्रभारी के अनुसार भगवती कुछ सप्ताह पहले खुद थाने आई थीं और यह साफ कह गई थीं कि वह अब पति और परिवार के साथ नहीं रहना चाहतीं। उन्होंने अपनी मर्जी से निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होने की बात कही थी। लेकिन सवाल यह है कि क्या जेवरात लेकर भाग जाना कानून की नजर में कोई अपराध नहीं है?
हरिराम पाल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र सौंपा है जिसमें उन्होंने पत्नी को वापस भेजने और गहनों की चोरी की जांच की अपील की है। यह मामला सिर्फ पारिवारिक विवाद नहीं बल्कि एक आपराधिक कृत्य के रूप में भी देखा जा रहा है जिसकी जांच की मांग उठ रही है।