Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 May, 2025 11:37 AM

यूपीआई से पेमेंट करने वाले करोड़ों लोगों के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) एक नया सुरक्षा फीचर लेकर आ रहा है। यह सुविधा 30 जून 2025 तक लागू कर दी जाएगी। अब जब आप किसी को यूपीआई के ज़रिए पेमेंट करेंगे, तो पेमेंट करने से पहले रिसीवर का...
बिजनेस डेस्कः यूपीआई से पेमेंट करने वाले करोड़ों लोगों के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) एक नया सुरक्षा फीचर लेकर आ रहा है। यह सुविधा 30 जून 2025 तक लागू कर दी जाएगी।
क्या है नया फीचर?
अब जब आप किसी को यूपीआई के ज़रिए पेमेंट करेंगे, तो पेमेंट करने से पहले रिसीवर का असली नाम आपकी स्क्रीन पर दिखाई देगा। यह नाम कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (CBS) के रिकॉर्ड पर आधारित होगा न कि UPI ऐप्स में मैन्युअली सेट किए गए या एडिट किए गए नामों पर। इससे यूपीआई पेमेंट के दौरान होने वाली धोखाधड़ी की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। इससे सही व्यक्ति तक पैसे ट्रांसफर होंगे।
अभी क्या होता है?
कुछ यूपीआई ऐप्स लोगों को और सेलर्स को पेमेंट ऐप में उनका नाम एडिट करने का ऑप्शन देते हैं। कुछ ऐप्स क्यूआर कोड से नाम ले लेते हैं। पहले तो ऐप्स उन नामों को दिखाते थे जो कॉन्टैक्ट लिस्ट में शामिल होते थे। ये सभी नाम कोर बैंकिंग सॉल्यूशन में दर्ज नाम से अलग हो सकते हैं।
नए नियम से क्या बदलेगा?
- अब UPI पेमेंट करने से पहले रिसीवर का वेरिफाइड नाम मोबाइल स्क्रीन पर दिखेगा।
- यह नाम बैंकिंग रिकॉर्ड (CBS) में जो नाम दर्ज है, वही होगा।
- इससे गलत अकाउंट में पैसे ट्रांसफर होने की संभावना बहुत कम हो जाएगी।
किन ट्रांजेक्शनों पर लागू होगा यह नियम?
- P2P (Person to Person): जैसे किसी दोस्त या परिवार के सदस्य को पैसे भेजना।
- P2PM (Person to Merchant): जैसे किसी जनरल स्टोर, मेडिकल शॉप या छोटे व्यापारी को पेमेंट करना।