आखिर क्यों लगती है बुरी नजर, यकीनन नहीं जानते होंगे आप

Edited By Jyoti,Updated: 21 Nov, 2022 02:45 PM

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हर किसी के जीवन में रंगों का बहुत महत्व होता है बल्कि कहा जाता है कि किसी का भी जीवन इनके बिना बेरंग हो जाता है। तो वहीं कुछ खास रंग हैं जैसे लाल, हरा, पीला जिन्हें किसी न किसी विशेष कार्यो से जोड़ा जाता है। आज हम आपको इस आर्टिकल में

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हर किसी के जीवन में रंगों का बहुत महत्व होता है बल्कि कहा जाता है कि किसी का भी जीवन इनके बिना बेरंग हो जाता है। तो वहीं कुछ खास रंग हैं जैसे लाल, हरा, पीला जिन्हें किसी न किसी विशेष कार्यो से जोड़ा जाता है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं खासतौर पर काले रंग के बारे में। इस रंग को लेकर समाज में तरह-तरह की जो मान्यताएं प्रचलित हैं। विशेषकर हिंदू धर्म की बात करें तो इसमें तो इसे बेहद अशुभ माना गया है। यानि किसी भी शुभ काम में काला रंग वर्जित होता है। तो जानते हैं इस रंग से जुड़ी कुछ ख़ास जानकारी-
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आज के समय में जहां लोग काले रंग को अपशकुन का नाम देते हैं। तो वहीं इसे बुरी नजर से बचाने के लिए कारागार माना गया है। जब भी बात बुरी नजर या किसी तरह की नजर उतारने की आती है तो काले रंग का ही उपयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि बुरी नजर से बचने के लिए काले रंग से जुड़ी कई वस्तुओं का उपयोग करने से बुरी नजर से बचा जा सकता है।

सदियों से काला धागा पहनने या काला टीका लगाने की परंपरा चली आ रही है। और ये आज भी उतनी ही प्रचलित है।तो वहीं बहुत से लोग इसे अंध विश्वास का नाम भी देते हैं।ऐसा माना गया है कि काला रंग  नजर लगाने वाले की एकाग्रता को भंग कर देता है। जिसके कारण नकारात्मक ऊर्जा संबंधित व्यक्ति को प्रभावित नहीं कर पाती। अक्सर ऐसा देखा गया है कि बच्चे के कान के पीछे, पैर के तलवे और माथे पर काला टीका लगाया जाता है। काला टीका लगाने की वजह से बच्चों के शरीर पर पड़ने वाले विकिरण के प्रभाव की संभावना खत्म हो जाती है। ये सब सुरक्षित विकल्प भी है और इसे बच्चों को नजर दोष से भी बचाया जा सकता हैं।
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क्यों लगती है बुरी नजर-
संसार में तीन तरह की ऊर्जा विद्यमान है जिसमें से एक है सकारात्मक, दूसरी नकारात्मक और तीसरी विरोधात्मक। ये ऊर्जा व्यक्ति के सोच-विचार, व्यवहार और उसके द्वारा प्रयोग में लाए गए शब्दों से बनती हैं। लोगों के घर और शरीर में मुख्य रुप से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ऊर्जा मौजूद होती है। जब व्यक्ति के पास मौजूद नकारात्मक ऊर्जा का असर उसकी सेहत, सोच और उसके काम पर पड़ता है तो उसे नजर लगना कहा जाता है।
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अक्सर ऐसा देखा गया है बच्चे  का भोला रूप देखकर सभी उसकी तारीफ करते हैं। वही बोली हुई ऊर्जा कई बार अपना नकारात्मक प्रभाव दिखाना शुरु कर देती है। जिससे बालक रोने लगता है। ऐसे में जब माताएं काले रंग का टीका बच्चे को लगाती हैं। तो वही नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है। बताया गया है कि ये टोटका आपके भाग्य को बदलने में सक्षम होता है।
 

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