Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Jun, 2023 09:40 AM
जर्मनी कट्टरपंथी इस्लाम का बड़ा ठिकाना बनता जा रहा है। सलाफिज्म जर्मनी में इस्लाम की सबसे तेजी से बढ़ती शाखाओं में से एक है। इनका मानना है कि शरिया कानून यूरोप और एक वैश्विक खिलाफत में लागू हो।
इंटरनेशनल डेस्क: जर्मनी कट्टरपंथी इस्लाम का बड़ा ठिकाना बनता जा रहा है। सलाफिज्म जर्मनी में इस्लाम की सबसे तेजी से बढ़ती शाखाओं में से एक है। इनका मानना है कि शरिया कानून यूरोप और एक वैश्विक खिलाफत में लागू हो। ये लोग लोकतंत्र, स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता को बिल्कुल नहीं मानते। वहीं इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों पर जर्मनी सरकार नजर बनाए हुए है और इन पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में जर्मनी ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों के लिए धन जुटाने में मदद करने के आरोप में एक नेटवर्क के सदस्यों के खिलाफ छापेमारी की और सात लोगों को गिरफ्तार किया।
संघीय अभियोजकों ने एक बयान में बताया कि संदिग्धों में चार महिलाएं और तीन पुरुष हैं और उनके पास जर्मनी, तुर्किये, मोरक्को और कोसोवो की नागरिकता है। बयान के मुताबिक, उन्हें जर्मनी के पांच राज्यों से गिरफ्तार किया गया है जबकि जांचकर्ताओं ने जर्मनी में 19 संपत्तियों और नीदरलैंड में एक परिसर की तलाशी ली। संदिग्धों पर विदेशी आतंकवादी संगठन की मदद करने का आरोप है और कुछ मामलों में निर्यात कानून का उल्लंघन करने का भी इल्ज़ाम है। अभियोजकों ने आरोप लगाया कि संदिग्ध एक नेटवर्क के “ वित्तीय बिचौलिए' हैं। उनका दावा है कि सीरिया में IS के दो समर्थकों ने 2020 से ‘टेलीग्राम' के जरिए समूह के लिए दान की मांग की थी।
अभियोजकों ने कहा कि धन का इस्तेमाल आईएस को मजबूत करने के लिए किया गया, खासकर, उत्तर सीरिया में दो शिविरों में समूह के सदस्यों के लिए आपूर्ति में सुधार करने के लिए। उनके मुताबिक, इस नेटवर्क ने कम से कम 65 हजार यूरो (करीब 70 हजार अमेरिकी डॉलर) सीरिया भेजे। उन्होंने कहा कि बुधवार को की गई गिरफ्तारियां उन अन्य जांच से जुड़ी हैं जिनमें लोगों पर नेटवर्क में दान करने का आरोप है और इनमें 90 से ज्यादा जगहों की तलाशी ली जा रही है।