Edited By Tanuja,Updated: 19 Jun, 2025 11:57 AM

ईरान और इजराइल के बीच चल रहा संघर्ष अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। इजराइली वायुसेना ने ईरान के अराक भारी जल रिएक्टर पर हमला किया जिसे परमाणु हथियारों....
International Desk: ईरान और इजराइल के बीच चल रहा संघर्ष अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। इजराइली वायुसेना ने ईरान के अराक भारी जल रिएक्टर पर हमला किया जिसे परमाणु हथियारों के लिए उपयोगी प्लूटोनियम उत्पादन से जोड़ा जाता है। यह रिएक्टर तेहरान से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने पुष्टि की है कि हमले से पहले ही रिएक्टर को खाली करा लिया गया था और "किसी तरह के विकिरण खतरे" की संभावना नहीं है। हमले से ठीक पहले इजराइली सेना ने 'एक्स' (ट्विटर) पर चेतावनी जारी करते हुए स्थानीय लोगों से क्षेत्र खाली करने को कहा था।
इजराइल ने रिएक्टर की सैटेलाइट इमेज भी साझा की थी जिसमें टारगेट एरिया को लाल घेरे में दिखाया गया था। वाशिंगटन स्थित 'ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स समूह के मुताबिक, इजराइली हमलों में अब तक ईरान में कम से कम 639 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,329 लोग घायल हुए हैं। मृतकों में 263 आम नागरिक और 154 सुरक्षा बल के जवान शामिल हैं।
ईरान का जवाबी हमला
इजराइली हमले के कुछ घंटों बाद ही ईरान ने भी मिसाइलों से हमला किया जिसमें इजराइल की एक चिकित्सकीय इमारत और कई अपार्टमेंट बिल्डिंग्स को निशाना बनाया गया। दमकल विभाग के अनुसार, मिसाइलों ने सीधे इमारतों पर हमला किया हालांकि अब तक किसी के घायल होने या मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय चिंता
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था IAEA (International Atomic Energy Agency) ने इजराइल से ईरान के परमाणु केंद्रों पर हमला न करने की अपील की थी। एजेंसी ने आखिरी बार 14 मई को अराक रिएक्टर का निरीक्षण किया था।अराक रिएक्टर पर इजराइल का हमला और ईरान की जवाबी कार्रवाई इस संघर्ष को परमाणु खतरे की दिशा में ले जा रही है। जिस तरह से दोनों देश सीधे रणनीतिक ठिकानों को निशाना बना रहे हैं, उससे पूरे पश्चिम एशिया में अस्थिरता और गहराने की आशंका है।