Edited By rajesh kumar,Updated: 12 Mar, 2020 07:12 PM
कोरोना वायरस दिन प्रतिदिन भयानक रुप लेता जा रहा है। इसकी चपेट में दुनिया के आधे से ज्यादा देश आ चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को इस बीमारी को 'महामारी' घोषित कर दिया। इजराइली मीडिया रिपोर्ट कि मानें तो इजराइल के वैज्ञानिक...
जेरूसलम: कोरोना वायरस दिन प्रतिदिन भयानक रुप लेता जा रहा है। इसकी चपेट में दुनिया के आधे से ज्यादा देश आ चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को इस बीमारी को 'महामारी' घोषित कर दिया। इजराइली मीडिया रिपोर्ट कि मानें तो इजराइल के वैज्ञानिक आने वाले दिनों में यह घोषणा करने वाले है कि उन्होंने कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक वैक्सीन बना लिया है। इजरायल के इंस्टीट्यूट फॉर बॉयोलोजिकल रिसर्च से जुड़े सूत्रों ने इस वैक्सीन के विकसित करने का यह दावा किया है। लेकिन इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने इससे इंकार किया है।
रिपोर्ट में चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस के जैविक तंत्र एवं गुण के बारे में समझने के लिए वैज्ञानिकों ने सफलता हासिल की है। इसके साथ ही वह उपचार क्षमताओं, प्रतिरोधक दवाओं एवं वैक्सीन बनाने में सफल हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार वैक्सीन के विकास की प्रक्रिया को अभी कई परीक्षणों एव प्रयोगशालाओं से गुजरना है। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन कारगर है और इसे जानने में वैज्ञानिकों को अभी कई महीने लग सकते हैं।
दावे को रक्षा मंत्रालय ने किया खारिज
हालांकि इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन खोजने या परीक्षण किट विकसित करने के लिए जैविक संस्थान के प्रयासों में कोई सफलता नहीं मिली है। संस्थान एक व्यवस्थित कार्य योजना के तहत काम करता है और उसके कार्यों में समय लगता है। यदि कुछ ऐसा होगा तो इस बारे में सूचित किया जाएगा।
'वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं'
मंत्रालय ने कहा कि जैविक संस्थान एक विश्व-प्रसिद्ध अनुसंधान और विकास एजेंसी है। यह अनुभवी शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों पर बहुत ज्ञान और अवसंरचना के साथ निर्भर करता है। अब संस्थान में 50 से अधिक अनुभवी वैज्ञानिक काम कर रहे हैं जो शोध और वायरस के लिए एक चिकित्सा उपाय विकसित कर रहे हैं।