Edited By Anu Malhotra,Updated: 13 Jun, 2025 02:55 PM

अहमदाबाद में हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे की जांच अब नए मोड़ पर पहुंच चुकी है। एयरपोर्ट से उड़ान भरने के चंद मिनटों बाद हुए इस क्रैश ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हादसे में 265 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद अब इस मामले की जांच आतंकवाद निरोधी...
नेशनल डेस्क: अहमदाबाद में हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे की जांच अब नए मोड़ पर पहुंच चुकी है। एयरपोर्ट से उड़ान भरने के चंद मिनटों बाद हुए इस क्रैश ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हादसे में 265 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद अब इस मामले की जांच आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) को सौंप दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, क्रैश साइट से विमान का ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (DVR) बरामद कर लिया गया है। ATS की टीम ने DVR को अपने कब्जे में ले लिया है और इस पूरे मामले की पैरेलल इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी है। जांच एजेंसियों को शक है कि यह हादसा किसी तकनीकी खामी से ज्यादा गहरा मामला हो सकता है।
इसी के चलते गुजरात एटीएस अब हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है – क्या यह कोई साजिश थी, पायलट की कोई गलती या फिर किसी बाहरी दखल का नतीजा? फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से जरूरी सैंपल जुटा लिए हैं, जिन्हें अब जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
जांच अधिकारी मान रहे हैं कि ब्लैक बॉक्स और DVR में दर्ज डाटा से यह पता चल सकेगा कि क्रैश से पहले विमान के भीतर क्या स्थिति थी, पायलट्स ने क्या बातचीत की, और आखिरी कुछ मिनटों में कॉकपिट में क्या हुआ।
हादसा कैसे हुआ?
फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे 23 से दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी। विमान ने 625 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने के बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क खो दिया और एक मिनट के भीतर ही मेघानी नगर के बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें आग लग गई और भारी धुआं उठने लगा।
ब्लैक बॉक्स की बरामदगी
दुर्घटना स्थल से एक ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है, जिसे गुजरात एटीएस ने मलबे से निकालकर जांच टीम को सौंपा। अब फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम इसकी जांच करेगी। इसमें रिकॉर्ड हुए डेटा से यह पता चलेगा कि टेकऑफ से लेकर क्रैश तक विमान में क्या घटनाएं हुईं।
शिनाख्त और राहत कार्य
अब तक 5 शवों की शिनाख्त की जा चुकी है, जिनमें से 2 राजस्थान के, 2 गुजरात के भावनगर के और 1 मध्य प्रदेश का निवासी है। शवों की शिनाख्त के लिए DNA सैंपल लिए जा रहे हैं। राहत कार्य में NDRF, CRPF और सेना के जवानों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
जांच और प्रतिक्रिया
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) को हादसे की जांच सौंपी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। इस हादसे ने बोइंग 787 के सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए हैं और इसके कारण कंपनी की छवि को नुकसान पहुंचा है।