Edited By Anu Malhotra,Updated: 16 Jun, 2025 01:39 PM

अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 के भीषण विमान हादसे के बाद एक फिल्म निर्माता महेश कलावड़िया की लापता होने की खबर ने सभी को चौंका दिया। महेश, जो म्यूजिक एलबम बनाने के लिए प्रसिद्ध थे, 12 जून को दोपहर 1:14 बजे अपनी पत्नी हेतल से फोन पर बात...
नेशनल डेस्क: 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 के भीषण विमान हादसे ने देश को झकझोर दिया। लंदन के लिए उड़ान भरने वाला यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टेकऑफ़ के कुछ ही मिनटों बाद मेघनिनगर के बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जबकि एक यात्री, रमेश विश्वास कुमार, चमत्कारी रूप से बच गए। इसके अलावा, जमीन पर 29 लोगों की भी जान चली गई।
इस त्रासदी के बीच, एक फिल्म निर्माता महेश कलावड़िया की लापता होने की खबर ने सभी को चौंका दिया। महेश, जो म्यूजिक एलबम बनाने के लिए प्रसिद्ध थे, 12 जून को दोपहर 1:14 बजे अपनी पत्नी हेतल से फोन पर बात कर रहे थे और बता रहे थे कि उनकी मीटिंग खत्म हो गई है और वे घर लौट रहे हैं। इसके बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया और उनका कोई पता नहीं चला। पुलिस की जांच में पता चला कि उनका मोबाइल फोन आखिरी बार दुर्घटनास्थल से लगभग 700 मीटर दूर ट्रेस हुआ था। महेश की पत्नी हेतल ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है और उनके लापता होने से परिवार में चिंता का माहौल है।
महेश की पहचान के लिए डीएनए सैंपल्स भी प्रशासन को सौंपे गए हैं। हालांकि, अब तक उनकी लापता होने की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। महेश के लापता होने से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है और उनके परिवार को जल्द से जल्द उनकी सलामती की उम्मीद है।
इस हादसे के बाद, अहमदाबाद और लंदन के बीच की डायरेक्ट फ्लाइट्स को फिर से शुरू किया गया है, लेकिन फ्लाइट नंबर AI-171 को रिटायर कर दिया गया है ताकि यात्रियों और क्रू मेंबर्स को मानसिक शांति मिल सके। इस कदम से एयर इंडिया ने इस त्रासदी के बाद यात्रियों और कर्मचारियों के मनोबल को फिर से मजबूत करने की कोशिश की है।
वर्तमान में, दोनों ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) की जांच जारी है, और विशेषज्ञों का मानना है कि इन डेटा से हादसे के कारणों का पता चल सकता है। अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और ब्रिटेन का एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) भी इस जांच में सहयोग कर रहे हैं।