Edited By Yaspal,Updated: 01 Mar, 2023 04:17 PM
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव के साथ द्विपक्षीय सहयोग, यूक्रेन सहयोग और जी-20 से जुड़े मुद्दों पर व्यापक बातचीत की
नई दिल्लीः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव के साथ द्विपक्षीय सहयोग, यूक्रेन सहयोग और जी-20 से जुड़े मुद्दों पर व्यापक बातचीत की। रूस के विदेश मंत्री जी-20 के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में शामिल होने के लिए मंगलवार रात यहां पहुंचे थे। यूक्रेन में संघर्ष को लेकर रूस के पश्चिमी देशों से बढ़ते टकराव के बीच बैठक हो रही है। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव के साथ व्यापक बातचीत की। हमारे द्विपक्षीय सहयोग और जी-20 से जुड़े मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।''
समझा जाता है कि बातचीत में यूक्रेन का मुद्दा भी आया। लावरोव की भारत यात्रा के मौके पर रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि मॉस्को जी-20 को दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लिए प्रतिष्ठित मंच मानता है जहां सभी के हित में संतुलित और आम-सहमति से फैसले होने चाहिए। उसने मंगलवार रात को जारी बयान में कहा, ‘‘हम बहुस्तरीय लोकतंत्र में विश्वास बहाल करने और वैश्विक अर्थव्यवस्था को बंटने से रोकने के लिए संगठित करने वाले एजेंडे को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता के लिए जी-20 की भारत की अध्यक्षता का समर्थन करते हैं।''
रूसी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मॉस्को भारत की घोषित प्राथमिकताओं की प्रासंगिकता को साझा करता है जिनमें समावेशी और सतत आर्थिक विकास सुनिश्चित करना, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में प्रगति में तेजी लाना, बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार और डिजिटल आधुनिकीकरण शामिल हैं। उसने कहा, ‘‘हम कार्य प्रणालियों को मजबूत करने और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने तथा स्टार्ट अप शुरू करने के लिए विशिष्ट प्रक्रियाओं पर अमल करने के भारत के प्रयासों का समर्थन करते हैं। हम इन सभी क्षेत्रों में प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान के लिए तैयार हैं।'' रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए हमारे भारतीय सहयोगियों के साथ काम करना चाहते हैं। उसी समय, हम रूस के बुनियादी हितों की दृढ़ता से रक्षा करेंगे।