Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 08 Jun, 2025 11:23 AM

देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और इसी के साथ भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए तेज आंधी-तूफान और भीषण बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। 9 जून से 13 जून तक यूपी, उत्तराखंड, केरल, कर्नाटक, असम, मेघालय और कई अन्य राज्यों...
नेशनल डेस्क: देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और इसी के साथ भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए तेज आंधी-तूफान और भीषण बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। 9 जून से 13 जून तक यूपी, उत्तराखंड, केरल, कर्नाटक, असम, मेघालय और कई अन्य राज्यों में भारी बारिश के साथ गरज-चमक और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, कुछ इलाकों में बिजली गिरने और जलभराव की भी चेतावनी दी गई है। ऐसे में लोगों से सतर्क रहने और मौसम की अपडेट्स पर नजर बनाए रखने की अपील की गई है।
उत्तर प्रदेश: 11 जून के बाद बदलेगा मिज़ाज
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10 जून तक: यूपी में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
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11 जून: पूर्वी यूपी के कई जिलों—वाराणसी गोरखपुर जौनपुर देवरिया लखनऊ बहराइच बलरामपुर कुशीनगर आजमगढ़—में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
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12-13 जून: गरज-चमक के साथ तेज़ बारिश का अलर्ट है। हवा 30-50 किमी/घंटा की रफ्तार तक पहुंच सकती है।
लखनऊ मौसम केंद्र ने किसानों को सलाह दी है कि कटाई या सुखाई का कार्य जल्द निपटा लें और बिजली चमकते समय खुले मैदान से दूर रहें।
उत्तराखंड: पहाड़ों में तीन दिन भारी
उत्तराखंड में 11 से 13 जून के बीच भारी वर्षा की चेतावनी है। पहाड़ी रास्तों पर भूस्खलन का ख़तरा रहता है इसलिए यात्रियों से अपील है कि अनावश्यक सफ़र टालें और स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन करें। इस अवधि में हवा की गति 40-50 किमी/घंटा रह सकती है जिससे पेड़ गिरने और बिजली लाइनों को नुकसान की संभावना रहती है।
दक्षिण भारत: केरल और कर्नाटक में बहुत भारी बारिश
IMD ने 10-13 जून के बीच केरल कर्नाटक तमिलनाडु आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में मूसलधार बारिश का अनुमान लगाया है।
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केरल और तटीय कर्नाटक: बहुत भारी वर्षा का रेड अलर्ट।
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बिजली गिरने की संभावना: लोगों को सलाह है कि तेज़ गरज-चमक के वक्त पेड़ों के नीचे न रुकें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सीधे बिजली से न जोड़ें।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि रुका हुआ पानी फसलों को नुकसान पहुँचा सकता है इसलिए जल निकासी की व्यवस्था करें।
पूर्वोत्तर: हर दिन छींटें हर दिन सावधानी
अरुणाचल प्रदेश असम मेघालय मिज़ोरम त्रिपुरा और नागालैंड में 9-13 जून के बीच व्यापक बारिश का अलर्ट जारी है।
दिल्ली-NCR: गर्म हवा और धूलभरी आंधी
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 8-10 जून के दौरान अधिकतम तापमान 42-44 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।
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धूलभरी आंधी चलने से दृश्यता घटेगी और गर्म हवाओं का असर बढ़ेगा।
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IMD ने बुजुर्गों बच्चों और बीमार व्यक्तियों को दोपहर में घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
शीतल पेय जल पर्याप्त मात्रा में लें और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
समुद्री चेतावनी: मछुआरे रहें सतर्क
7-11 जून के बीच अंडमान सागर बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में तेज़ लहरें और आंधी चलने की संभावना है।
सुरक्षा के आसान उपाय
क्षेत्र |
जोखिम |
क्या करें |
पहाड़ी राज्य |
भूस्खलन |
यात्रा से पहले सड़क-स्थिति जांचें |
मैदानी जिले |
बिजली गिरना |
बिजली चमकते समय खुले में न रहें |
शहरी इलाके |
जलभराव |
नालियों की सफ़ाई रखें |
समुद्र तट |
ऊँची लहरें |
मौसम सुधरने तक मछली पकड़ना टालें |
हीटवेव क्षेत्र |
लू लगना |
दिन में 12-4 बजे बाहर न निकलें |
क्यों ज़रूरी है अलर्ट पर ध्यान देना
बरसात की शुरुआती दस्तक अक्सर सबसे खतरनाक होती है क्योंकि—
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मिट्टी ढीली होने से भूस्खलन तेजी से होता है।
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नदियाँ अचानक उफनती हैं और बाढ़ का अंदेशा बढ़ जाता है।
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हीटवेव और नमी साथ होने से लू व ह्यूमिडिटी का असर दोगुना पड़ता है।
इसीलिए समय रहते सुरक्षा कदम उठाने से जान-माल का नुकसान कम किया जा सकता है।