Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 30 Apr, 2025 12:27 PM

आईपीएल 2025 का बुखार हर गली और मोहल्ले में दिख रहा है। क्रिकेट फैंस अपनी पसंदीदा टीमों को सपोर्ट कर रहे हैं, स्टेडियम जयकारों से गूंज रहे हैं और ऑनलाइन फैंटेसी गेम्स का क्रेज भी बढ़ता जा रहा है।
नेशनल डेस्क: आईपीएल 2025 का बुखार हर गली और मोहल्ले में दिख रहा है। क्रिकेट फैंस अपनी पसंदीदा टीमों को सपोर्ट कर रहे हैं, स्टेडियम जयकारों से गूंज रहे हैं और ऑनलाइन फैंटेसी गेम्स का क्रेज भी बढ़ता जा रहा है। लेकिन इसी जोश के पीछे एक खतरनाक सच्चाई छिपी है — भारत में सट्टेबाज़ी का कारोबार 8.5 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
परिवार तबाह, ज़िंदगियां बर्बाद
हाल ही में कर्नाटक में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक शख्स ने सट्टेबाज़ी में एक करोड़ रुपये गवां दिए। इस सदमे से उसकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली। वहीं मैसूर में एक पूरा परिवार सट्टे की लत में ऐसा फंसा कि उनके पास घर चलाने तक के पैसे नहीं बचे। ऐसी घटनाएं अब अपवाद नहीं रहीं, बल्कि ये एक तेजी से फैलती महामारी का संकेत बन चुकी हैं।
ये सिर्फ जुआ नहीं, एक सामाजिक संकट है
क्रिकेट और सट्टा अब अलग नहीं रह गए हैं। युवा पीढ़ी तेज़ पैसे कमाने के चक्कर में अपने भविष्य को दांव पर लगा रही है। खेल की लत और ऑनलाइन बेटिंग अब मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक तनाव और आर्थिक संकट का कारण बन रही है। सट्टेबाज़ी अब ग्लैमर नहीं, बर्बादी का रास्ता बनता जा रहा है।
जागरूकता की नई लहर
इस खतरे के जवाब में अब जागरूकता की एक नई लहर उठ रही है। FinOne.club नामक प्लेटफॉर्म पर 24,000 से ज्यादा लोगों ने "सट्टेबाज़ी छोड़ो" की शपथ ली है। ये प्लेटफॉर्म Angel One की पहल है जो ज़ेन Z और युवाओं को सोच-समझकर खर्च करने और वित्तीय विवेक अपनाने के लिए प्रेरित करता है।