चांदी को क्यों कहा गया है 'शैतान का धातु', जानें इसके पीछे की चौंका देने वाली बड़ी वजह

Edited By Updated: 26 Dec, 2025 05:33 PM

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साल 1980 में अमेरिका के हंट ब्रदर्स ने चांदी के बाजार पर कब्जा करने की कोशिश की थी, जिससे कीमत 6 डॉलर से बढ़कर 49 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई। नियामकों के हस्तक्षेप और मार्जिन कॉल फेल होने के कारण अचानक चांदी की कीमत में भारी गिरावट आई। इस घटना के...

नेशनल डेस्क : हाल ही में चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व तेजी देखने को मिली है। भारत के Multi Commodity Exchange (MCX) पर दिसंबर 2024 से दिसंबर 2025 के बीच चांदी ने लगभग 144% का रिटर्न दिया। इस दौरान चांदी का रेट 85,146 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 2,08,062 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी तेजी

इंटरनेशनल मार्केट में भी चांदी के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। साल 2025 की शुरुआत में चांदी की कीमत लगभग 30 डॉलर प्रति औंस थी, जो अब 69 डॉलर प्रति औंस के पार जा चुकी है। यानी सिर्फ एक साल में चांदी के दाम लगभग दोगुने से भी ज्यादा हो गए।

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1980 की घटना याद दिला रही है

चांदी की इस तेजी के चलते साल 1980 की चर्चित घटना भी लोगों के जेहन में आ गई। उस साल अमेरिका के अरबपति हंट ब्रदर्स (नेल्सन बंकर हंट और विलियम हंट) ने चांदी के बाजार पर कब्जा करने की कोशिश की थी। उन्होंने दुनिया की करीब एक तिहाई चांदी खरीद ली थी। इसके बाद चांदी की कीमत 6 डॉलर से बढ़कर 49 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई।

हालांकि, अमेरिकी नियामकों ने इस पर रोक लगाई और नए फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स पर मार्जिन नियम लागू किया। 27 मार्च 1980 को हंट ब्रदर्स मार्जिन कॉल पूरा नहीं कर पाए और ब्रोकरों ने चांदी की जबरदस्त बिकवाली शुरू कर दी। एक ही दिन में चांदी की कीमत 50% से ज्यादा गिर गई। इस घटना के बाद चांदी को 'शैतान की धातु' कहा जाने लगा। हंट भाइयों के साथ हजारों निवेशकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा।

2025 में फिर से रिकॉर्ड

करीब चार दशक बाद, चांदी ने फिर से रिकॉर्ड बनाया है। पहली बार चांदी का भाव 2.5 लाख रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया। खास बात यह है कि इस बार चांदी की कीमत कच्चे तेल से भी ऊपर चली गई है, जो साल 1980 में पहली बार हुआ था।

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सोने के मुकाबले चांदी का प्रदर्शन

सोने के दाम चांदी से आगे रहते हैं, लेकिन इस बार स्थिति उलट रही। चांदी में 100% से अधिक की तेजी दर्ज की गई, जबकि सोने में लगभग 60% की बढ़ोतरी ही देखने को मिली।

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