Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Jun, 2020 10:39 AM
कोरोना वायरस संकट काल में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार के साथ-साथ बैंक भी काफी प्रयास कर रहे हैं। लोगों को सस्ता लोन देने के लिए ब्याज दरों में कटौती कर रहे हैं।
बिजनेस डेस्कः कोरोना वायरस संकट काल में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार के साथ-साथ बैंक भी काफी प्रयास कर रहे हैं। लोगों को सस्ता लोन देने के लिए ब्याज दरों में कटौती कर रहे हैं। हाल ही में देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने ब्याज में कटौती की थी। भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सभी ग्राहकों के लिए धन की सीमांत लागत पर आधारित (MCLR) ब्याज की दर में 0.25% की कटौती की थी। अब सरकारी सेक्टर के बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सभी ग्राहकों के लिए MCLR ब्याज की दरों में कमी करने की बुधवार को घोषणा की। पिछले सप्ताह पीएनबी ने भी अपनी MCLR में 0.15% की कमी करने की घोषणा की थी।
यूनियन बैंक ने की 0.10% की कमी
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सभी ग्राहकों के लिए कर्ज देने की ब्याज की दरों में कमी करने की घोषणा की है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 0.10 प्रतिशत की कमी की है। नई दरें 11 जून से प्रभावी होंगी। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने एक साल के कर्ज पर अपनी एमसीएलआर 7.70 प्रतिशत से घटा कर 7.60 प्रतिशत कर दी है। बैंक अपने ज्यादातर कर्जों पर ब्याज की दरें एमसीएलआर की एक वर्ष वाली दर के हिसाब से ही तय करते हैं। इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक अपनी एमसीएलआर आधारित ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कमी की घोषणा कर चुका है।
बड़ौदा बैंक भी घटा चुका है दरें
बैंक आफ बड़ौदा ने भी ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है। बैंक आफ बड़ौदा ने एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत की कमी की है। बैंक आफ बड़ौदा की कटौती 12 जून से प्रभावी होगी। बैंक आफ बडौदा की एक विज्ञप्ति के अनुसार एक वर्ष के कर्ज के लिए उसकी संशोधित एमसीएलआर 7.65 प्रतिशत होगी, अभी यह 7.80 प्रतिशत है।
इन बैंकों ने भी घटाई दरें
निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक और सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी कर्ज की अपनी मानक दर में क्रमश: 0.05 प्रतिशत और 0.20 प्रतिशत की कमी की घोषणा की है। इनकी संशोधित दरें आठ जून से प्रभावी हो गई हैं। पिछले सप्ताह पीएनबी ने भी अपनी एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत की कमी करने की घोषणा की थी।