Edited By Prachi Sharma,Updated: 08 Feb, 2024 10:30 AM
महाकवि कालिदास राजा विक्रमादित्य के प्रमुख दरबारियों में से एक थे। एक बार राजा विक्रमादित्य ने महाकवि से पूछा, ‘‘महात्मन आप इतने बड़े
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Mahakavi Kalidas Story: महाकवि कालिदास राजा विक्रमादित्य के प्रमुख दरबारियों में से एक थे। एक बार राजा विक्रमादित्य ने महाकवि से पूछा, ‘‘महात्मन आप इतने बड़े विद्वान हैं लेकिन आपका शरीर आपकी बुद्धि के अनुसार सुंदर नहीं है। इसकी क्या वजह है ?’’
कालिदास चुप रहे और बात को उस समय टाल गए। कुछ दिन बाद महाराज ने अपने सेवक से पीने के लिए पानी मांगा। सेवक कालिदास के निर्देशानुसार दो बर्तनों में पानी ले आया।
एक बर्तन साधारण मिट्टी का था तो दूसरा बहुमूल्य धातु का। महाराज ने आश्चर्य से इस तरह पानी लाने की वजह पूछी तो कालिदास ने आग्रह कर उन्हें दोनों बर्तनों से पानी पीने को कहा। महाराज ने ऐसा ही किया।
पानी पीने के पश्चात कालिदास ने महाराज से पूछा, ‘‘महाराज इन दोनों बर्तनों में से किस बर्तन का पानी ज्यादा शीतल लगा?’’
राजा विक्रमादित्य बोले, ‘‘अवश्य मिट्टी के बर्तन का।’’
कालिदास मुस्कराए और बोले, ‘‘राजन जिस प्रकार पानी की शीतलता बर्तन की सुंदरता पर निर्भर नहीं करती उसी प्रकार बुद्धि की सुंदरता शरीर की सुंदरता पर निर्भर नहीं करती।’’ राजा को अपने सवाल का जवाब मिल चुका था।