Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Aug, 2025 03:35 PM

Tirupati Balaji Mandir: भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है तिरुपति बालाजी का मंदिर। जो आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। इस मंदिर में विराजमान भगवान वेंकटेश्वर स्वामी जी की मूर्ति है। जिसे भगवान विष्णु का अवतार भी माना जाता है। तिरुपति...
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Tirupati Balaji Mandir: भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है तिरुपति बालाजी का मंदिर। जो आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। इस मंदिर में विराजमान भगवान वेंकटेश्वर स्वामी जी की मूर्ति है। जिसे भगवान विष्णु का अवतार भी माना जाता है। तिरुपति बालाजी के ऐसे 7 रहस्य हैं। जिन्हें आप जानकर अभिभूत हो जाएंगे, यहां के सारे रहस्य का जवाब वैज्ञानिकों के पास भी नहीं है। मूर्ति पर लगे बाल असली हैं, भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति पर लगे बाल कभी नहीं उलझते। वह हमेशा मुलायम रहते हैं, ऐसा क्यों होता है ? इसका जवाब वैज्ञानिकों के पास भी नहीं है।
हजारों साल से बिना तेल का जलता दिया
मंदिर के गर्भगृह में एक दीपक जलता है, आपको जानकर हैरानी होगी कि यह दीपक हजारों सालों से ऐसे ही जल रहा है, वह भी बिना तेल के। यह बात काफी ज्यादा हैरान करने वाली है ऐसा क्यों है, इसका जवाब आज तक किसी के पास नहीं है।
मंदिर की मूर्ति को पसीना आता है, मंदिर के गर्भगृह को ठंडा रखा जाता है पर फिर भी मूर्ति का तापमान 110 फारेनहाइट रहता है। जो कि काफी रहस्यमयी बात है और उससे भी बड़ी रहस्यमयी बात यह है कि भगवान की मूर्ति को पसीना भी आता है। जिसे समय-समय पर पुजारी पोंछते रहते हैं।
भगवान की मूर्ति से समुद्र की लहरों की आवाज
भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति के कानों के पास अगर ध्यान से सुना जाए, तो समुद्र की लहरों की आवाज आती है यह भी काफी विचित्र बात है।

मूर्ति बीच में है या दाई ओर है ? जब आप मूर्ति को गर्भगृह के बाहर से देखेंगे तो आपको मूर्ति दाई ओर दिखाई देगी और जब आप मूर्ति को गर्भगृह के अंदर से देखेंगे तब आपको मूर्ति मध्य में दिखेगी।
विशेष गांव से आता है फूल तिरुपति बालाजी मंदिर से करीब 23 किलोमीटर दूर एक गांव पड़ता है। इसी गांव से मंदिर के लिए फूल, फल, घी आदि जाता है। इस गांव में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध है और इस गांव के लोग काफी पुरानी जीवन शैली का उपयोग करते हैं।
परचाई कपूर भी बेअसर है। परचई कपूर एक खास तरह का कपूर होता है, जिसे पत्थर पर लगाने पर पत्थर कुछ समय बाद चटक जाता है मगर इस कपूर को भगवान की मूर्ति पर लगाया जाता है और इस मूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड राष्ट्रीय गौरव रत्न से विभूषित
पंडित सुधांशु तिवारी
एस्ट्रोलॉजर/ ज्योतिषाचार्य
9005804317