Edited By Rahul Rana,Updated: 19 Jun, 2025 01:23 PM

मध्य पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच जारी तनाव को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता की बात की थी।
International Desk : मध्य पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच जारी तनाव को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता की बात की थी। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि मैंने उनसे बातचीत की थी, जिसमें उन्होंने कहा कि वे मध्य पूर्व में शांति स्थापित करना चाहते हैं। मेरे जवाब में मैंने कहा कि पहले अपना रूस-यूक्रेन संघर्ष खत्म करो, फिर दुनिया के बाकी हिस्सों की चिंता करो।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 18 जून 2025 को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह मामला काफी नाजुक है, लेकिन इसका समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने बताया कि रूस ने ईरान, इजरायल और अमेरिका के साथ शांति प्रस्ताव साझा किए हैं। यह संकेत रूस की मध्य पूर्व में अपनी कूटनीतिक भूमिका को मजबूत करने की कोशिश का प्रतीक है, लेकिन ट्रंप के जवाब ने इसे सार्वजनिक रूप से खारिज कर दिया। साथ ही ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी आरोप लगाए कि युद्ध में हो रही मौतों की संख्या छुपाई जा रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक इमारत गिरती है और कहा जाता है कि कोई जान नहीं गई, क्या यह मजाक है?
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इजरायल ने दिया भरोसा
पुतिन ने कहा कि दक्षिणी ईरान के बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 200 से अधिक रूसी कर्मचारी काम कर रहे हैं। यह वही संयंत्र है जिसे रूस की कंपनी रोसाटॉम ने बनाया है। पुतिन ने बताया कि इजरायल ने इस बात का भरोसा दिया है कि वह इन रूसी कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
अमेरिका की बढ़ी सक्रियता
वहीं, ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। हाल ही में इजरायल ने दावा किया कि उसने लगभग 50 फाइटर जेट्स की मदद से ईरान पर हमला किया है, जबकि ईरान ने ड्रोन हमलों से इसका जवाब दिया। इसी बीच, अमेरिका ने भी मध्य पूर्व में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है, जिससे क्षेत्र की स्थिति और अधिक नाजुक हो गई है।