Edited By Radhika,Updated: 14 Jun, 2025 05:39 PM

अहमदाबाद विमान दुर्घटना में जान गंवाने वालों के लिए शोक और दुख का माहौल बना हुआ है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने एयर इंडिया को निर्देश दिए हैं कि वह यात्रियों के परिवारों को हर संभव सहायता...
नेशनल डेस्क: अहमदाबाद विमान दुर्घटना में जान गंवाने वालों के लिए शोक और दुख का माहौल बना हुआ है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने एयर इंडिया को निर्देश दिए हैं कि वह यात्रियों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करे।
डीएनए परीक्षण और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन
पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण तेजी से चल रहा है, ताकि शवों की पहचान कर उन्हें उनके परिवारों को सौंपा जा सके। गुजरात सरकार भी इस प्रक्रिया में पूरा समन्वय कर रही है। मंत्री ने जोर देकर कहा कि डीएनए परीक्षण की पुष्टि होने के बाद ही शवों को संबंधित परिवारों को दिया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी, लेकिन साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि दस्तावेजीकरण और प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन किया जाए और इसमें किसी भी तरह की चूक न हो।

ब्लैक बॉक्स से मिलेगी अहम जानकारी
इस दुर्घटना की तकनीकी जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एक महत्वपूर्ण अपडेट यह है कि कल शाम 5 बजे के आसपास घटनास्थल से ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। AAIB टीम का मानना है कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से दुर्घटना की प्रक्रिया के दौरान या दुर्घटना से पहले के क्षणों में वास्तव में क्या हुआ होगा, इसकी गहराई से जानकारी मिलेगी। हम भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि AAIB की पूरी जांच के बाद क्या परिणाम या रिपोर्ट सामने आएगी।
हर पहलू का होगा विश्लेषण, 3 महीने में आएगी रिपोर्ट
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस समय दुर्घटना को लेकर जितनी भी थ्योरी या अटकलें चल रही हैं, जांच में उनसे जुड़े हर पहलू का विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस हादसे पर तीन महीने के भीतर विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी। इस रिपोर्ट में न केवल हादसे के कारणों का खुलासा होगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिफारिशें भी शामिल होंगी। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि ऐसी दुर्घटनाएं दोबारा न हों।