ICET अमेरिका-भारत का डेमोक्रेटिक टेक इको सिस्टम बनाने में अहम : व्हाइट हाउस

Edited By Tanuja,Updated: 02 Feb, 2023 11:27 AM

icet key for us india to create democratic technology eco

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है कि ‘क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज' ( ICET) पर भारत-अमेरिका की पहल दोनों देशों के वास्ते एक..

न्यूयार्कः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है कि ‘क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज' ( ICET) पर भारत-अमेरिका की पहल दोनों देशों के वास्ते एक लोकतांत्रिक प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। यह जानकारी  व्हाइट हाउस ने दी। भारत-अमेरिका संबंधों में ICET को “नेक्स्ट बिग थिंग” (एक बड़ा कदम) बताया जा रहा है। मंगलवार को यहां व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और भारत के अजित डोभाल द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी।

 

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ राष्ट्रपति का मानना है कि यह पहल अमेरिका और भारत के लिए एक लोकतांत्रिक प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों व हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए, हम इसे भारत के साथ बेहद महत्वपूर्ण पहल और साझेदारी के रूप में देखते हैं।”  ICET का मई 2022 में तोक्यो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच बैठक के बाद पहली बार एक संयुक्त बयान में उल्लेख किया गया था।

 

इसका मकसद दोनों देशों की सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सामरिक प्रौद्योगिकी साझेदारी तथा रक्षा औद्योगिक सहयोग को बढ़ाना तथा उसे विस्तार देना है। ज्यां-पियरे ने बुधवार को एक सवाल के जवाब में कहा, “राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी ने इस पहल की घोषणा तब की जब वे पिछले साल मई 2022 में एक बैठक में (टोक्यो में) मिले थे और अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों को महत्वपूर्ण उभरती प्रौद्योगिकियों में हमारी साझेदारी का नेतृत्व करने का निर्देश दिया।”  

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