Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 30 Jun, 2025 02:49 PM

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक 15 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की को बहलाकर पहले धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया और फिर उसे आतंकी गतिविधियों में धकेलने की साजिश रची गई। इस पूरी साजिश को एक महिला ने...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक 15 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की को बहलाकर पहले धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया और फिर उसे आतंकी गतिविधियों में धकेलने की साजिश रची गई। इस पूरी साजिश को एक महिला ने अंजाम देने की कोशिश की, जिसे प्रयागराज पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया। इस घटना ने कानून-व्यवस्था, बाल सुरक्षा और धर्मांतरण जैसे संवेदनशील मुद्दों को एक बार फिर से केंद्र में ला दिया है। पुलिस के मुताबिक, इस साजिश की मास्टरमाइंड दरकशा बानो नाम की एक महिला है। दरकशा ने पहले प्रयागराज के फूलपुर इलाके में रहने वाली 15 साल की लड़की से दोस्ती की। धीरे-धीरे वह बच्ची को अपने जाल में फंसाती गई और उसे अच्छे जीवन, पैसे और सम्मान की लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए तैयार करने लगी। दरकशा ने बच्ची का दिमाग इस हद तक ब्रेनवॉश किया कि उसने अपने घरवालों से दूरी बना ली और दरकशा के साथ चलने को तैयार हो गई। दरकशा ने अपने कुछ अन्य साथियों की मदद से लड़की को उत्तर प्रदेश से केरल ले जाया। जानकारी के अनुसार, रास्ते में लड़की के साथ एक मुस्लिम युवक ने छेड़छाड़ की और उसे शारीरिक शोषण का भी डर दिखाया गया। बच्ची पूरी तरह से आतंक के साये में जी रही थी। केरल पहुंचने के बाद जब आरोपियों ने अपनी योजना को आगे बढ़ाना शुरू किया तो लड़की को अंदाजा हो गया कि उसे आतंक के रास्ते पर धकेला जा रहा है। साहस दिखाते हुए वह किसी तरह आरोपियों के चंगुल से निकलकर केरल पुलिस तक पहुंची और सारी आपबीती सुनाई। केरल पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए प्रयागराज पुलिस को सूचना दी और नाबालिग लड़की को सुरक्षित उसके घर वापस भेजा गया।
पुलिस की कार्रवाई
प्रयागराज पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को शक है कि यह मामला सिर्फ धर्मांतरण या अपहरण तक सीमित नहीं है बल्कि एक बड़े आतंकी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, जो लड़कियों को ब्रेनवॉश कर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल कर रहा है। प्रयागराज के डीआईजी अजय पाल शर्मा ने बताया कि मामले की जांच तेज़ी से की जा रही है। उन्होंने कहा "हम इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि क्या इस गैंग ने पहले भी इसी तरह की घटनाएं की हैं और कितनी बच्चियों को फंसाया है।"