Edited By Mehak,Updated: 29 Dec, 2025 06:04 PM

मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना का लाभ लगातार पाने के लिए लाभार्थियों को हर साल ई-केवाईसी कराना जरूरी है। महाराष्ट्र सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक ई-केवाईसी पूरा करने...
नेशनल डेस्क : अगर आप मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना की लाभार्थी हैं, तो आपके लिए यह जानकारी बेहद जरूरी है। इस योजना का लाभ आगे भी बिना रुकावट मिलता रहे, इसके लिए सरकार ने ई-केवाईसी (e-KYC) पूरा करना अनिवार्य कर दिया है। तय समय सीमा के भीतर यह प्रक्रिया पूरी नहीं करने पर किस्त रुक सकती है।
क्या है लाडकी बहिन योजना
महाराष्ट्र सरकार की इस कल्याणकारी योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस तरह एक साल में कुल 18,000 रुपये सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं। योजना की शुरुआत जून 2024 में की गई थी, ताकि महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके।
ई-केवाईसी क्यों है जरूरी
सरकार का कहना है कि योजना का लाभ सही और पात्र लाभार्थियों तक पहुंचे, इसके लिए हर साल ई-केवाईसी कराना जरूरी है। महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने भी लाभार्थी महिलाओं से अपील की है कि वे 31 दिसंबर 2025 से पहले अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर लें।
किन महिलाओं को मिलता है लाभ
यह योजना 21 से 65 वर्ष की उन महिलाओं के लिए है, जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक नहीं है। पात्र महिलाओं के बैंक खाते में हर महीने तय राशि भेजी जाती है।
लाडकी बहिन योजना में e-KYC कैसे करें
ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और आसान है—
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट ladakibahin.maharashtra.gov.in पर जाएं।
- होमपेज पर दिख रहे e-KYC बैनर पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर और कैप्चा कोड भरें, फिर Send OTP पर क्लिक करें।
- मोबाइल पर आए OTP को दर्ज करें।
- इसके बाद पति या पिता का आधार नंबर डालकर OTP वेरीफाई करें।
- शर्तों से जुड़े चेक बॉक्स पर टिक करें और Submit बटन दबाएं।
- प्रक्रिया पूरी होते ही स्क्रीन पर सक्सेस मैसेज दिखाई देगा।
जरूरी सलाह
अगर आप योजना का लाभ लगातार पाना चाहती हैं, तो अंतिम तारीख का इंतजार न करें। समय रहते ई-केवाईसी पूरी कर लें, ताकि हर महीने मिलने वाली आर्थिक सहायता बिना किसी रुकावट के आपके खाते में आती रहे।