Edited By Anil dev,Updated: 03 Feb, 2023 03:04 PM

लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले को लेकर भारी हंगामा किया । विपक्षी सदस्यों के शोर शराबे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद सोमबार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नेशनल डेस्क: लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले को लेकर भारी हंगामा किया । विपक्षी सदस्यों के शोर शराबे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद सोमबार तक के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे शुरू हुई तो कांग्रेस, द्रमुक समेत विपक्षी दलों के सदस्य आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे । विपक्षी सदस्य अडाणी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट और उससे संबंधित घटनाक्रम पर जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने और इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं। इस बीच, पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए।
उन्होंने नारेबाजी कर रहे विपक्ष के सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह करते हुए कहा, ‘‘कृपया राष्ट्रपति के अभिभाषण पर (धन्यवाद प्रस्ताव पर) चर्चा होने दीजिए। यह परंपरा और संवैधानिक दायित्व है। सदन को चलाने में सहयोग करें।'' हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने कुछ ही मिनट बाद कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले आज सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी सदस्य उक्त मुद्दे पर ही नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया। कुछ सदस्यों ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से जुड़े पूरक प्रश्न भी पूछे। इस बीच विपक्षी दलों के सदस्यों की नारेबाजी जारी रही। इस दौरान अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की।
बिरला ने यह भी कहा, ‘‘राष्ट्रपति जी का पहला अभिभाषण है जिस पर धन्यवाद प्रस्ताव है। जनजातीय समुदाय से पहली महिला राष्ट्रपति बनी हैं। क्या हम उन्हें धन्यवाद नहीं देना चाहते?'' हंगामा नहीं थमने पर पूर्वाह्न करीब 11 बजकर पांच मिनट पर बिरला ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी। इससे पहले, बृहस्पतिवार को भी कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले पर चर्चा कराने और जेपीसी की मांग करते हुए नारेबाजी की थी जिस वजह से सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई थी।