Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 05 Jun, 2025 06:20 PM

राजस्थान में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के 6 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। बीकानेर, चूरू, सीकर, झुंझुनूं, बांसवाड़ा और नागौर जिलों में अगले 3 घंटों के भीतर तेज आंधी के साथ गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है। इन...
नेशनल डेस्क: राजस्थान में एक बार फिर मौसम अचानक करवट लेगा। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के 6 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। बीकानेर, चूरू, सीकर, झुंझुनूं, बांसवाड़ा और नागौर जिलों में अगले 3 घंटों के भीतर तेज आंधी के साथ गरज-चमक और बारिश हो सकती है। इन जिलों और आसपास के क्षेत्रों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चलने की संभावना है। इसे देखते हुए विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में 1 जून से ही मौसम में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में बिजली गिरने, आंधी आने और बारिश की घटनाएं सामने आ रही हैं। मौसम विभाग का कहना है कि यह असर 5 जून तक बना रह सकता है। ऐसे में किसानों, आम लोगों और प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
खेतों में दिखी नई उम्मीद, जोर पकड़ी खरीफ बुवाई
बारिश की शुरुआत के साथ ही किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। खासकर चूरू अंचल में जेठ माह की असमय बारिश ने खेतों में खरीफ फसलों की बुवाई को गति दी है। जिले की अधिकतर तहसीलों में हल्की से मध्यम बारिश हो चुकी है, जिससे जमीन में नमी आई है। किसानों ने बाजरा और मूंग की बुवाई शुरू कर दी है। खेतों में बुवाई का कार्य जैसे ही शुरू हुआ, बुवाई के संसाधनों की मांग भी बढ़ने लगी है। ट्रैक्टर के साथ-साथ ऊंट हल की मांग में भी इजाफा देखा गया है। कई किसान अब ऊंटों की मदद से बुवाई का काम कर रहे हैं, जो परंपरागत कृषि संस्कृति को भी संजीवनी दे रहा है।
आपसी सहयोग से हो रही है बुवाई
कई किसानों ने पिछले वर्ष की फसल से बीज तैयार कर रखे थे। ऐसे किसान अब न केवल अपने खेतों में बीज इस्तेमाल कर रहे हैं, बल्कि आसपास के किसानों को भी मुफ्त में या सहयोग के तौर पर दे रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में साझेदारी की संस्कृति भी फिर से उभरती दिख रही है।