Edited By Prachi Sharma,Updated: 30 Apr, 2025 08:46 AM
अक्षय तृतीया का दिन कोई भी शुभ कार्य करने के लिए बहुत खास होता है। अक्षय तृतीया यानी ल्यूनर साइकिल का तीसरा दिन है इसलिए इसको तृतीया बोलते हैं और अक्षय यानी वो चीज जो जिसका कभी हवास न हो, जो चीज कभी क्षय न हो।
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Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया का दिन कोई भी शुभ कार्य करने के लिए बहुत खास होता है। अक्षय तृतीया यानी ल्यूनर साइकिल का तीसरा दिन है इसलिए इसको तृतीया बोलते हैं और अक्षय यानी वो चीज जो जिसका कभी हवास न हो, जो चीज कभी क्षय न हो। यानी हमेशा कायम रहने वाला समय इस दिन आता है। त्रेता युग का प्रारंभ इस दिन हुआ था, भगवान परशुराम का जन्म इस दिन हुआ था। यूं तो इस दिन के साथ बहुत सारी चीजें जुड़ी हुई हैं।ज्योतिष शास्त्र में एक चीज बड़ी पक्की होती है कि जो रोशनी देने वाले प्लनेट हैदिन में सूर्य और रात में चंद्रमा। इनका बर्थ चार्ट में स्ट्रांग होना मजबूत होना बड़ा जरूरी होता है। जब तक सूर्य और चंद्रमा स्ट्रांग नहीं होंगे आपकी कुंडली में जितने मर्जी राजयोग आ जाए ये घटित नहीं हो पाते हैं।
अक्षय तृतीया वाले दिन सूर्य उच्च राशि के होते हैं और चंद्रमा वो भी उच्च राशि के होते हैं। उस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों उच्च राशि के और शुक्र हमेशा सूर्य के आसपास रहते हैं। सूर्य के साथ सूर्य से एक घर पीछे या सूर्य से एक घर आगे। शुक्र अगर अच्छी पोजीशन में अगर हो तो अक्षय तृतीया की वैल्यू बहुत बढ़ जाती है। तो इस बार शुक्र अपनी उच्च राशि में होंगे तो यह एक कमाल का योग बनेगा जीवन में महालक्ष्मी को अट्रैक्ट करने के लिए।

अक्षय तृतीया का दिन भगवान नारायण से सीधे-सीधे जुड़ा हुआ है लेकिन इस दिन मां लक्ष्मी की कृपा भी हमें पूरी-पूरी मिल जाती है। इस दिन नया व्यापार शुरू करना हो तो इससे बेहतरीन दिन कोई नहीं होता। आपने कोई भी चीज की अभ्यास शुरू करना है तो भी इस दिन से बेहतर दिन कोई नहीं है तो इसलिए इस दिन को कहते हैं अबूझ मुहूर्त यानी कि और कुछ बुझना नहीं है।
महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सबसे पहले तो लक्ष्मी नारायण मंदिर में जाइए। वहां पर आपने एक लाल वस्त्र थोड़ी सी मिठाई और कोई दक्षिणा साथ में कोई न कोई धूप स्पेशली गुलाब के फ्लेवर की रोज फ्लेवर की धूप यह अर्पण करके आनी है अक्षय तृतीया वाले दिन सवेरे-सवेरे यह अपने आप में बरकत को इनवाइट करने का भगवान विष्णु की ऊर्जा से जुड़ने का एक महाउपाय है। इसके साथ 108 बार ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करें।
इसके बाद एक और उपाय है कि आपको बाजार से उस दिन सोना और चांदी दोनों खरीद के लाने हैं। चाहे बराबर मात्रा में खरीदिए, कम ज्यादा खरीदिए।लेकिन अपने सामर्थ्य अनुसार, अपनी पॉकेट के अनुसार आपको सोना और चांदी जरूर खरीदने चाहिए। अगर सोना नहीं खरीद सकते तप सबसे पहले छोटा सा एक स्क्वायर कागज का टुकड़ा लीजिए। स्क्वायर लीजिएगा जिसकी चारों साइड्स बराबर हो। इस पे लाल पेन से अक्षय तृतीया वाले दिन ओम महालक्ष्मी नमः लिखिए और एक अपनी कमाई का पर मंथ कमाई का एक आंकड़ा सोच लीजिए। आज जितना कमा रहे हैं उसे दुगना तिगना आंकड़ा सोचिए लेकिन उल्टा ही 10 गुना 15 गुना मत सोचिएगा क्योंकि एक साल में इतना आंकड़ा बढ़ना प्रैक्टिकल नहीं होता है। उस पर लिखिए और यह लिखिए कि अक्षय तृतीया 2026 वो ऑनलाइन चेक कर लीजिए उस दिन किस दिन अक्षय तृतीया है। अक्षय तृतीया 2026 वाले दिन मैं इतने रुपए महीना कमा रहा हूं। अब इसके ऊपर हल्दी वाले पानी का छींटा दीजिए और इसको फोल्ड करके कागज को अपने पूजा स्थान पर रख दें।

जहां पर मां लक्ष्मी की मूर्ति या मां लक्ष्मी की फोटो है उसके पीछे रख दीजिए और अब रख के भूल जाइए। अगली अक्षय तृतीय पे उस कागज को खोल के देखिए आप देखेंगे किस तरह से कुदरत ने आपका साथ दिया। आपके साधन बनने शुरू हो गए और आपके जीवन में आपकी कमाई बढ़ गई। अक्षय तृतीया पर अपने लिए सोना चांदी नहीं खरीद पा रहे हैं तो आपके अंदर एक फ्रस्ट्रेशन आनी चाहिए।
इसके बाद लाल कपड़े में थोड़े से चावल बांधे और उसके अंदर सूखी हल्दी के गांठ बांधिए इसकी पोटली बनाइए। फिर अक्षय तृतीया वाले दिन गाय के घी का दिया जलाइए और गाय के घी का दिया जलाने के बाद मां लक्ष्मी को प्रार्थना करने के बाद इस पोटली को अपने धन स्थान पर रखिए। यह बरकत को अट्रैक्ट करने का एक जबरदस्त फार्मूला है। अक्षय तृतीया वाले दिन पितरों की शांति के लिए भी प्रार्थनाएं की जाती हैं क्योंकि इस दिन सूर्य, चंद्रमा उच्च के हैं।

अक्षय तृतीया वाले दिन पितरों को याद करने से उनके नाम पर दान करने से पितृ दोष भी दूर होते हैं। इस दिन सेंधा नमक ले आइए, घर पर सेंधा नमक ला के रखिए। आज के दिन सेंधा नमक खरीदें।
ऑफिस पॉलिटिक्स से बचने के लिए रोजाना गायत्री मंत्र का जाप करें।