Edited By Rohini Oberoi,Updated: 30 Apr, 2025 08:41 AM

दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के लोगों के लिए बुरी खबर है। वेरका के बाद अब मदर डेयरी ने भी एक बार फिर अपने दूध की कीमतों में इजाफा कर दिया है। कंपनी ने सभी प्रकार के दूध के दाम में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। ये नए रेट आज बुधवार 30 अप्रैल से लागू...
नेशनल डेस्क। दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के लोगों के लिए बुरी खबर है। वेरका के बाद अब मदर डेयरी ने भी एक बार फिर अपने दूध की कीमतों में इजाफा कर दिया है। कंपनी ने सभी प्रकार के दूध के दाम में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। ये नए रेट आज बुधवार 30 अप्रैल से लागू हो गए हैं। अचानक दूध की कीमतों में इस वृद्धि को लेकर कंपनी ने सफाई भी दी है। बता दें कि मदर डेयरी अकेले दिल्ली-NCR में रोजाना लगभग 35 लाख लीटर दूध बेचती है जो कंपनी के बूथों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों तक पहुंचता है।
गर्मी और लागत बनी दाम बढ़ने की वजह
कंपनी के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि दूध की कीमतों में यह वृद्धि बढ़ती हुई निवेश लागत के कारण की गई है। उन्होंने कहा कि खरीद लागत में काफी समय से लगातार बढ़ोतरी हो रही थी जिसके चलते दूध के दाम में बदलाव करना जरूरी हो गया था। पिछले कुछ महीनों में दूध के दाम में जो ₹4 से ₹5 प्रति लीटर की वृद्धि हुई है उसका भी यही कारण था। इसके अलावा इस बार खरीद लागत में अचानक उछाल आने की वजह समय से पहले गर्मी का मौसम शुरू होना और अभी से लू का चलना है। भीषण गर्मी के कारण पशुओं के दूध उत्पादन में भारी कमी आई है जिससे कीमतें बढ़ गई हैं।
जानें अब क्या होंगे दूध के नए दाम
मदर डेयरी के दूध की नई कीमतें दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड के बाजारों में लागू होंगी। नए रेट के अनुसार:
➤ थोक में बिकने वाला टोंड दूध अब ₹54 की जगह ₹56 प्रति लीटर मिलेगा।
➤ फुल क्रीम दूध की कीमत ₹68 से बढ़कर ₹69 प्रति लीटर हो गई है।
➤ गाय का दूध अब ₹57 की जगह ₹59 रुपये प्रति लीटर में मिलेगा।
➤ पाउच वाला टोंड दूध ₹56 से बढ़कर ₹57 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
➤ डबल-टोंड दूध की कीमत ₹49 से बढ़कर ₹51 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
दूध महंगा होने के दुष्प्रभाव
दूध की कीमतों में इस वृद्धि का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा और उनके घर का बजट बिगड़ेगा। दूध महंगा होने से दूध से बनने वाले अन्य उत्पाद जैसे दही, पनीर, मक्खन आदि भी महंगे हो जाएंगे। इसके अलावा दूध महंगा होने के कारण लोग इसका इस्तेमाल कम कर सकते हैं जिसका असर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर पड़ सकता है। अब सरकार पर भी दूध की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने का दबाव बढ़ेगा।