Saturn Rise 2023: 5 मार्च को हो रहे हैं शनिदेव उदय, कर्क राशि वाले सेहत के प्रति रहें सावधान

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Mar, 2023 08:29 AM

आज बात करेंगे शनि देव के बारे में। शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Shani rashi parivartan शनि राशि परिवर्तन: आज बात करेंगे शनि देव के बारे में। शनि देव ने 17 जनवरी को गोचर किया था कुंभ राशि में और उसके बाद कुछ राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है और कुछ राशियों के ऊपर से शनि का प्रभाव कम हुआ है। 17 के बाद 30 को शनि अस्त हो गए और अब दोबारा से 5 मार्च को उदय होंगे और ये गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण होगा क्योंकि 30 साल बाद शनि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि देव की दो राशियां हैं मकर और कुंभ राशि। शनिदेव का प्रिय घर कुम्भ राशि है। शनि का उदय होना इसलिए ज्यादा अहम है क्योंकि शनि 31 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश के दौरान शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। शनिदेव जब राहु के नक्षत्र में जाएंगे तो पूरे प्रभावी हो जाएंगे। शतभिषा नक्षत्र कर्म फल देने वाला नक्षत्र है। इसकेअच्छे फल देखने को मिलेंगे। 15 अक्टूबर तक शनि इसी नक्षत्र में रहेंगे। इसके बाद फिर धनिष्ठा में जाएंगे और 24 नवंबर को दोबारा शतभिषा में आएंगे। इस नक्षत्र में रहने के दौरान शनि कर्म के हिसाब से फल देंगे।

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें

कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के ऊपर शनि की ढैया चल रही है। शनि अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं। अष्टम का गोचर शनि के लिए अच्छा नहीं होता। शनि आपकी कुंडली में सप्तम और अष्टम दो भावों के स्वामी बनते हैं। सप्तम दुर्घटना और लम्बी बीमारी का भाव है। यदि आपकी कुंडली में दशा या अंतर्दशा चल रही है तो थोड़ा संभल कर रहें। अष्टम की ढैया हानिकारक रहती है। यदि आपको कोई ऐसी आदत है, जिसके कारण शारीरिक कष्ट झेलना पड़ेगा। ड्रिंकिंग और स्मोकिंग से परहेज रखें।

शनिदेव जब अष्टम में गोचर करेंगे तो तीसरी दृष्टि पड़ेगी दशम स्थान के ऊपर। इसकी वजह से बिजनेस और जॉब प्रभावित हो सकती है। शनि दशम से दशम के भी स्वामी हैं। यदि आप कोई काम करने की कोशिश कर रहे हैं तो उसमें भी बाधा उत्पन्न हो सकती है। शनि की सप्तम की दृष्टि पड़ेगी दूसरे भाव के ऊपर। दूसरा भाव धन स्थान, कुटुंब भाव भी है। खान-पान में परहेज रखें। शनि की दसवीं दृष्टि पड़ेगी पंचम भाव के ऊपर। यदि कर्क राशि की कोई स्त्री जो गर्भवती है, उसे थोड़ा संभल कर रहना होगा। डॉक्टर की किसी भी सलाह को नजरअंदाज न करें। अपनी वाणी पर भी नियंत्रण रखें।

नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728

PunjabKesari kundli

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!