Edited By Anu Malhotra,Updated: 30 Jun, 2025 07:40 AM

दिल्ली में बढ़ती गर्मी से जहां लोगों की दिनचर्या बेहाल हो रही है, वहीं बिजली कटौती ने समस्य़ाओं को और बढ़ा दिया है। बीएसईएस और टाटा पावर‑DDL जैसी वितरण कंपनियों ने ट्रांसफॉर्मर बदलने, नेटवर्क सुधारने और मरम्मत कार्यों की तैयारियों के चलते कुछ इलाकों...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में बढ़ती गर्मी से जहां लोगों की दिनचर्या बेहाल हो रही है, वहीं बिजली कटौती ने समस्य़ाओं को और बढ़ा दिया है। बीएसईएस और टाटा पावर‑DDL जैसी वितरण कंपनियों ने ट्रांसफॉर्मर बदलने, नेटवर्क सुधारने और मरम्मत कार्यों की तैयारियों के चलते कुछ इलाकों में विद्युत आपूर्ति को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। इन कार्यों के कारण कई क्षेत्रों में नेशनल ग्रिड से जुड़ी महीनों से चल रही निर्बाध बिजली आपूर्ति अब बाधित हुई है, और यह तय समय से ही प्रभावित होगी।
बिजली कटौती का यह शेड्यूल 30 जून, 2025 को लागू रहेगा। गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी और आसपास के इलाकों में दोपहर 12 से दो बजे तक, सेक्टर‑3 में शाम चार से पांच बजे, जैतपुर गांव में सुबह 11 से दोपहर एक बजे और महागन मायवुड्स तथा गोल्डन ड्रीम सोसाइटीज़ में दोपहर 12 से एक बजे तक बिजली गुल रहेगी। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक और वाणिज्यिक इलाकों में भी ये कटौती लागू की जाएगी।
आज (30 जून 2025) पावर कट का शेड्यूल
| क्षेत्र |
समय |
कारण |
| गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी |
दोपहर 12–2 बजे |
मेंटेनेंस कार्य |
| सेक्टर‑03, इन्स्टीट्यूशनल एरिया (न्यूमैड हॉस्पिटल, एस्टर पब्लिक स्कूल), खैरपुर गुर्जर |
शाम 4–5 बजे |
लोड शिफ्टिंग और मेंटेनेंस |
| जैतपुर गांव |
सुबह 11–1 बजे |
टेक्निकल सुधार |
| महागुन मायवुड्स, गोल्डन ड्रीम सोसाइटीज़ |
|
इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन |
साथ ही Noida और Greater Noida के औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों में भी योजनाबद्ध कटौती की जाएगी।
इन कटौतियों के दौरान बिजली विभाग यह विश्वास दिला रहा है कि यह कार्य सिर्फ रखरखाव और तकनीकी सुधार को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। इसकी योजना पूरे सिस्टम को और मजबूत बनाने और विद्युत आपूर्ति को भविष्य में और बेहतर बनाए रखने के उद्देश्य से बनाई गई है। विभाग ने पहले से तैयार बैकअप सिस्टम रखा है, और पूरे शहर में हाई‑अलर्ट कंट्रोल रूम सक्रिय हैं। जल्द ही पड़ोसी राज्यों से भी अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली गई है।
इनमें से एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि “वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में पीक बिजली मांग लगभग 8,000 मेगावॉट पहुंच गई थी। लेकिन इस साल लोडशेडिंग से बचकर हम ने बिजली आपूर्ति को संतुलित रखा है। इन कटौतियों का मकसद उसी संतुलन को बनाए रखना है।”
शहरवासियों से अपील की गई है कि वे योजनाबद्ध तरीके से अपने जरूरी कार्यों को पूरा करें। मोबाइल चार्ज्ड रखें, पानी की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित करें, और अगरUPS या बैकअप लाइट उपलब्ध हो तो उसे तैयार रखें। साथ ही वितरण कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर आप शिकायत दर्ज करा सकते हैं, ताकि किसी तकनीकी समस्या की स्थिति में समय रहते समाधान किया जा सके।
मौजूदा ब्रेकडाउन से गुजरते हुए यह साफ हो गया है कि अभी लोडशेडिंग का दौर खत्म नहीं हुआ है, लेकिन पर्याप्त योजना और तकनीकी तैयारी ने इसे सहज रूप से मैनेज करना संभव बना दिया है। इस गर्मी में अब रोशनी तो सीमित हो सकती है, लेकिन उम्मीद यह है कि अस्पष्टता नहीं।