Edited By Shubham Anand,Updated: 23 Dec, 2025 09:30 PM

बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की हत्या के विरोध में भारत के कई शहरों में उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। दिल्ली में प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को देखते हुए बांग्लादेश ने अपना वीजा सेंटर अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। इस घटना के बाद दोनों देशों...
नेशनल डेस्क: नेशनल डेस्क: बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या के बाद भारत में विरोध प्रदर्शन जोर पकड़ गया है। देशभर के कई शहरों में अल्पसंख्यक हिंदुओं के प्रति हो रही हिंसा और अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन किए गए। दिल्ली, कोलकाता, जम्मू, हैदराबाद और भोपाल समेत अन्य शहरों में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और अपने गुस्से का इजहार किया।
दिल्ली में बांग्लादेश हाई कमीशन और वीजा सेंटर के बाहर प्रदर्शन
दिल्ली में बांग्लादेश के हाई कमीशन और वीजा सेंटर के बाहर प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए। उन्होंने बांग्लादेशी कट्टरपंथियों के खिलाफ नारेबाजी की और वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों के दबाव और गुस्से के कारण बांग्लादेश को दिल्ली में अपना वीजा सेंटर अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
भारत ने बुलाया बांग्लादेश का हाई कमिश्नर
घटना के बाद भारत ने बांग्लादेश के हाई कमिश्नर रियाज हामिदुल्लाह को तलब किया। बांग्लादेश ने इसके जवाब में ढाका में भारत के हाई कमिश्नर प्रणय वर्मा को बुलाया और भारत में अपने मिशनों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत में प्रदर्शनकारियों ने उनके डिप्लोमेटिक मिशनों तक पहुंचने की कोशिश की, जिससे वहां काम करने वाले स्टाफ और उच्चायुक्त की सुरक्षा खतरे में पड़ गई।
सड़कों पर उग्र विरोध और सुरक्षा व्यवस्था
दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेश हाई कमीशन के आस-पास सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की थी। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी बैरीकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि भारत सरकार बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे और उनके खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारत से अपने मिशनों और डिप्लोमेट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी तरह के हिंसात्मक प्रदर्शन से उनके कर्मचारियों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है, इसलिए इसे गंभीरता से देखा जाए।