Edited By Tanuja,Updated: 09 Jun, 2025 06:37 PM

एक भारतीय छात्र के साथ अमेरिका में क्रूर और अपमानजनक बर्ताव का वीडियो सामने आने के बाद भारतीयों में भारी रोष फैल गया है। नेवार्क एयरपोर्ट (न्यू जर्सी) पर निर्वासन से पहले अमेरिकी अधिकारियों ...
International Desk: एक भारतीय छात्र के साथ अमेरिका में क्रूर और अपमानजनक बर्ताव का वीडियो सामने आने के बाद भारतीयों में भारी रोष फैल गया है। नेवार्क एयरपोर्ट (न्यू जर्सी) पर निर्वासन से पहले अमेरिकी अधिकारियों ने छात्र को हथकड़ी लगाकर फर्श पर गिराया और उसकी गर्दन पर घुटना रखकर उसे जबरन रोके रखा। यह पूरी घटना कैमरे में रिकॉर्ड हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि छात्र ज़मीन पर पड़ा है, उसकी कलाई में हथकड़ी है और एक अमेरिकी पुलिस अधिकारी उसकी गर्दन दबा रहा है जैसे वह कोई खतरनाक अपराधी हो। छात्र चीखता-चिल्लाता रहा, लेकिन किसी अधिकारी ने दया नहीं दिखाई। भारतीय-अमेरिकी हेल्थटेक उद्यमी कुणाल जैन ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि यह एक "मानवीय त्रासदी" है। उन्होंने भारत सरकार और भारतीय दूतावास से हस्तक्षेप की अपील की।कुणाल ने बताया कि छात्र हरियाणवी बोल रहा था और वह डर के मारे रो रहा था, लेकिन उसके साथ व्यवहार बिल्कुल अपराधी जैसा किया गया।कुणाल जैन का दावा है कि हाल के हफ्तों में रोज़ाना 3-4 भारतीय छात्रों को अमेरिका से वापस भेजा जा रहा है क्योंकि वे अपनी यात्रा का कारण उचित ढंग से नहीं बता पाते।
उन्होंने लिखा, "ये बच्चे अपराधी नहीं हैं, लेकिन इन्हें अपराधियों की तरह ट्रीट किया जा रहा है।" इस घटना में जिस अधिकारी ने छात्र को काबू में किया, वह Port Authority Police Department (PAPD) का सदस्य था।यह एजेंसी न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के एयरपोर्ट, मेट्रो स्टेशन, बंदरगाह और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर जैसी जगहों की सुरक्षा देखती है। हालांकि यह अमेरिका की सबसे बड़ी ट्रांजिट पुलिस एजेंसी है, लेकिन हालिया घटना ने इसके व्यवहार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना ने एक बार फिर अमेरिका में अप्रवासी छात्रों, खासकर भारतीयों, के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है। भारत सरकार को इस मुद्दे पर जल्द और सख्त रुख अपनाने की ज़रूरत है, ताकि निर्दोष छात्रों के साथ ऐसा अन्याय दोबारा न हो।